बूढ़ों को जवान बनाने के नाम पर राजस्थान के हाईप्रोफाइल लोगों से ठगी का अनोखा मामला सामने आया है। हैदराबाद में विदेशी डॉक्टरों को बुलाकर दावा किया गया कि इन्होंने जानवरों के भ्रूण से ऐसे इंजेक्शन तैयार किए हैं, जो बूढ़े को जवान कर देते हैं। इस ठगी का खुलासा पिछले सप्ताह हुआ। जब अजमेर के भाजपा नेजा और होटल व्यवसायी सुरेंद्र सिंह शेखावत ने केस दर्ज कराया। आरोपियों ने बीजेपी नेता से उनकी उम्र 10 साल कम करने के नाम पर 18 लाख 95 हजार रुपए ठग लिए। भास्कर पड़ताल में सामने आया कि ठगी की ये वारदात अकेले सुरेंद्र सिंह के साथ ही नहीं बल्कि कई दूसरे बड़े नेताओं और अमीर लोगों के साथ भी हुई है। हालांकि, खुलकर ये लोग सामने नहीं आए हैं। संडे बिग स्टोरी में पढ़िए- कैसे राजस्थान के नेताओं को झांसे में लिया गया… सबसे पहले पढ़िए- उस नेता की आपबीती जो ठगी का शिकार बने… मुझे जुलाई 2023 में अजमेर में साइंटिफिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑफ यूरोपियन वेलनेस बायोमेट्रिक ग्रुप-37, जुबली हिल्स, हैदराबाद का एजेंट अंकित शर्मा मिला। उसने स्टेम सेल थेरेपी के बारे में बताया। जिसमें जानवरों से स्टेम सेल्स निकालकर आदमियों को लगाए जाते हैं। इसके माध्यम से लाइलाज बीमारियों का भी इलाज कर दिया जाता है। ये बहुत ही बढ़िया थेरेपी है। मुझे अंडकोष में दर्द होता था और पेट में भी कुछ तकलीफ थी। इसके अलावा घुटनों में भी दर्द रहता था। ऐसे में अंकित ने मुझे इसके इलाज के लिए इस थेरेपी का सुझाव दिया। हैदराबाद के डॉक्टर रवि तेज से संपर्क कराया इसी दौरान अंकित ने मुझे हैदराबाद के रवि तेज का मोबाइल नंबर भी दिया। इसके बाद मैंने रवि तेज से बात की। उन्होंने मुझे हैदराबाद बुलाया। वहां बुलाने के बाद मेरी कई मेडिकल जांचे करवाई गई। यहां मैंने रवि तेज को अपने अंडकोष के दर्द के बारे में भी बताया था। मुझे विशेष तौर से यही इलाज करवाना था। इस पर उस रवि तेज ने मुझे कहा था कि मैं जो स्टेम सेल्स आपको लगाने वाला हूं, इससे आपका ये दर्द तो चला ही जाएगा, आपकी उम्र भी 10 साल कम हो जायेगी। 18 लाख 95 हजार रुपए देने का दावा भाजपा नेता ने बताया कि इस इलाज के नाम पर उसने मेरे से कई बार में 18 लाख 95 हजार रुपए ले लिए। दो बार मुझे हैदराबाद बुलवाया गया था। तब मुझे वहां एक विदेशी डॉक्टर का नाम और उसकी पैम्फलेट दिखाते हुए कहा कि ये धरती पर भगवान हैं। इस पर मैंने कहा कि अगर मेरा इलाज हो रहा है तो मैंने भी इन्हें भगवान मान लिया। कई महंगी-महंगी जांचें करवाने के बाद वहां एक विदेशी डॉक्टर साइमन ने मुझे 6-7 स्टेम सेल इंजेक्शन लगाए। इसके बाद महंगी दवाइयां देकर मुझे वहां से अजमेर भेज दिया। यहां मैंने घर लौटने के बाद डॉक्टर के बताए अनुसार दवाइयों का लगातार इस्तेमाल किया। लेकिन इन दवाइयों से मुझे कोई फर्क महसूस नहीं हो रहा था। इस पर रवि तेज से बात की तो उसने बताया कि जल्द ही असर दिखने लग जाएगा। नेता के बेटे को हैदराबाद बुलाकर बिजनेस का ऑफर शेखावत ने बताया कि- रवि तेज ने मेरे बेटे हर्षराज सिंह को हैदराबाद बुलवाया और उसे अजमेर में अपना स्टेम सेल थेरेपी सेंटर (फ्रेंचाइजी) खोलने का सुझाव दिया। इसके लिए उसे 10 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट करने को लेकर मोटिवेट किया। इधर, स्टेम सेल थेरेपी के बाद भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा तो रवि तेज ने दुबारा मुझे हैदराबाद बुलवाया। उन्होंने मुझे दुबारा स्टेम सेल इंजेक्शन लगाने की बात कही थी। जब मैं वहां हैदराबाद पहुंचा तो वहां उस दिन कई लोगों को स्टेम सेल इंजेक्शन लगाए जा रहे थे। इसमें अजमेर के भी कई बड़े और नामी गिरामी लोग वहां मौजूद थे। एक तो मेरे मित्र और अजमेर का बड़ा बिजनेसमैन और उसका परिवार था। राजस्थान ट्यूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (RTDC) के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता धर्मेंद्र सिंह राठौड़ भी वहां मौजूद थे। इन सब ने उस दिन पहली बार स्टेम सेल थेरेपी ली थी और मैंने दूसरी बार ली। आरोपी डॉ रवि तेज ने फोन उठाना बंद किया- भाजपा नेता स्टेम सेल थेरेपी के इस ट्रीटमेंट से इन सब को कितना फायदा हुआ, इसका तो मुझे पता नहीं है लेकिन दो-दो बार ये थेरेपी लेने के बाद भी मुझे इसका कोई फायदा नहीं हुआ। इससे तंग आकर मैंने रवि तेज को कई कॉल किए। लेकिन उसने कॉल ही उठाने बंद कर दिए। आखिरकार मैंने कुछ डॉक्टर्स से बात की तो उन्होंने बताया कि भारत में इंसानों पर स्टेम सेल थेरेपी ही पूरी तरह से बैन है। जानवरों के भ्रूण से सेल्स निकालकर आदमियों में इसे लगाना यहां पूरी तरह से अवैध है। ये सच सामने आने के बाद अलवर गेट पुलिस स्टेशन में हैदराबाद के डॉक्टर रवि तेज, उनके वेरिटोस हॉस्पिटल प्रबंधन, डॉक्टर माइक चेन और डॉक्टर साइमन के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। धर्मेंद्र राठौड़ बोले- मैंने इस तरह का कोई इलाज नहीं लिया हमने ठगी के इस अनोखे मामले को लेकर आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस नेता धर्मेंद्र सिंह राठौड़ से बात की। उन्होंने बताया कि उन्होंने खुद ने न तो कोई ऐसा इलाज करवाया है और न ही उनके साथ ऐसी कोई ठगी की वारदात हुई है। अगर सुरेंद्र सिंह उनका नाम ले रहे है तो इसकी पुष्टि उन से से ही की जानी चाहिए। उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। बीजेपी नेता सुरेंद्र सिंह के दावों को मानें तो अजमेर के कई नामी लोग उस डॉक्टर के संपर्क में आए थे। उनमें कई बिजनेसमैन और कई राजनीतिक हस्तियां भी हैं। हालांकि उनमें से कौन ठगी का शिकार हुआ, यह नहीं कहा जा सकता। अभी तक इस ठगी मामले में कोई दूसरा पीड़ित सामने नहीं आया है। पुलिस के अनुसार हैदराबाद के जिस हॉस्पिटल और डॉक्टर्स पर आरोप लगाए गए हैं, उनसे भी बात कर उनके मेडिकल डॉक्युमेंट्स और इलाज से जुड़े जरुरी दस्तावेज मंगवाए गए हैं। जल्द ही उनसे पूछताछ भी की जाएगी। वेबसाइट पर जवान बनाने के ट्रीटमेंट का भ्रामक प्रचार भास्कर टीम ने आरोपी डॉक्टरों से बात करने की कोशिश की। एफआईआर में दिए गए आरोपी डॉक्टर रवि तेज के तीन मोबाइल नंबर्स पर उनसे कॉन्टैक्ट करने का प्रयास किया तो सभी मोबाइल फोन बंद मिले। वॉट्सऐप कॉल कोई रिसीव नहीं कर रहा था। इसके बाद हमने हैदराबाद स्थित यूरोपियन वेलनेस बायोमेडिकल ग्रुप, डॉक्टर रवि तेज और डॉक्टर माइक चेन से जुड़े सोशल मीडिया प्रोफाइल खंगाले। इनमें आरोपियों के कुछ वीडियोज और न्यूज वेबसाइट्स पर किये गए दावे मिले। जिसमें वो बायोरेजेनरेटिव मेडिसिन व स्टेम सेल ट्रीटमेंट के जरिए लोगों को लंबा जीवन देने और उनके शारीरिक अंगों को जवान बनाए रखने की बातें कह रहे हैं। दावा- कंपनी के दुनियाभर में 40 से ज्यादा हॉस्पिटल-क्लिनिक एक न्यूज आर्टिकल में दावा किया गया है कि उनकी कंपनी के दुनिया भर में 40 से अधिक वेलनेस, एज रिवर्सल अस्पताल, केंद्र और क्लिनिक हैं। इस कंपनी के संस्थापक बायोटेक शोधकर्ता प्रो. डॉ. माइक चेन और प्रो. डॉ. मिशेल वोंग को बताया गया है। साथ ही दावा किया गया है कि उनके बताए गए ट्रीटमेंट मनुष्य को जवान बनाए रखने, काफी लंबा और स्वस्थ जीवन जीने में सहायक बनाने में सक्षम हैं। इसी आर्टिकल में ये भी दावा किया गया है कि स्टेम सेल थेरेपी के जरिए शरीर के बूढ़े अंगों को फिर से जवान कर दिया जाता है। भारत में बैन है इस तरह का ट्रीटमेंट एक्सपर्ट डॉक्टर मोनिका भूकर ने बताया कि स्टेम सेल थेरेपी से शरीर के किसी खराब टिस्यू को रिपेयर करने के काम में लिया जाता हैं। ये एक मेडिकल ट्रीटमेंट है। जानवरों के स्टेम सेल को इंसान में इंजेक्ट करने के कई साइड इफेक्ट्स हैं। ह्यूमन बॉडी इसे रिजेक्ट भी कर सकती है। फिलहाल ये भारत में तो प्रतिबंधित है। वहीं एक्सपेरिमेंटल लेवल पर है। स्टेम सेल थेरेपी का इस्तेमाल जली कटी स्किन या घावों को ठीक करने में किया जा रहा है।