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गुजरात से सटे बॉर्डर पर आरटीओ इंस्पेक्टर ट्रक चालकों से राजस्थान में एंट्री के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। सिरोही में तो जिस टोल को सरकार बंद कर चुकी है, वहां आरटीओ की टीम बेरिकेडिंग लगाकर ट्रकों को रोक रही है। दैनिक भास्कर ने हाईवे 4 टोल पर पड़ताल की तो कई हैरान कर देने वाले सच सामने आए। कर्मचारी हाथ में डंडे लिए खड़े रहते हैं। ट्रक ड्राइवर निकलने की कोशिश करता है तो लाइट और कांच तोड़ देते हैं। अवैध वसूली का ये खेल इतना बड़ा है कि गुजरात से राजस्थान आते-आते एक ट्रक चालक से अलग-अलग नाकों पर 5 से 8 हजार रुपए वसूल लिए जाते हैं। पूरा खेल कोडवर्ड से चलता है। जितने रुपए वसूलते हैं, लिफाफे पर उतने ही गोला लगा देते हैं, ताकि आगे वालों को मैसेज मिल पाए- पैसे लेने हैं या नहीं? पढ़िए- पूरी रिपोर्ट… 19 मार्च को भास्कर टीम सिरोही होते हुए शाम चार बजे करोटी टोल पर पहुंची। वहां आरटीओ की टीम खड़ी थी। कारों के आने-जाने के लिए लेन खुली थी। बीच की लेन पर बैरिकेड्स लगा ट्रकों को रोक रहे थे। वहां बने केबिन से पता चल रहा था कि ये टोल नाका काफी पहले बंद हो चुका है। बीच की लेन में सड़क पर गड्‌ढे, जिससे भास्कर टीम की गाड़ी का बंपर टकराया। इतने में एक गार्ड वहां आया- ये लेन ट्रकों के लिए है। साइड से आना चाहिए था। भास्कर रिपोर्टर गाड़ी चेक करने के बहाने वहीं रुक गई और वहां की एक्टिविटी मोबाइल में रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। साइड में एक आरटीओ लिखी गाड़ी थी। गाड़ी में 2 लोग थे। उनमें एक आरटीओ इंस्पेक्टर थे। कांच पर लगे अखबार के कारण अंदर का कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। कांच भी इतना ही नीचे था कि कोई सिर्फ हाथ डाल कर लेन-देन कर सकता था। इस बीच गाड़ी के पास खड़े व्यक्ति की नजर वीडियो बनाती भास्कर रिपोर्टर पर पड़ गई। उसने पूछा- यहां क्यों खड़ी हो? भास्कर रिपोर्टर बहाना बनाकर वहां से निकल गई। 10 लोग लगा रखे गाड़ियां रुकवाने के लिए
इसके बाद भास्कर टीम 200 मीटर दूर चाय की थड़ी पर रुकी। वहां चाय पीने के बहाने टोल पर होने वाली गतिविधियों को देखा। टोल पर खड़ा गार्ड ट्रकों को रोककर ड्राइवर से लेनदेन के बाद ही जाने दे रहा था। कोई इनकार करता तो उसे आरटीओ इंस्पेक्टर के सामने पेश कर देता। इसी दौरान सिरोही की ओर से आए ट्रक ड्राइवर की गार्ड से बहस हो गई। एक मिनट बाद ट्रक आगे बढ़ गया। भास्कर टीम ने उस ट्रक का पीछा किया। एक ढाबे पर ट्रक को रुकवाया और ड्राइवर से टोल की घटना के बारे में पूछा। ड्राइवर शिवलाल ने बताया- एंट्री के नाम पर 200 से 500 रुपए वसूलते हैं। मैंने रुपए नहीं दिए तो धमकी दी- चालान काटेंगे। मैंने कहा- अंडर वेट है। सब कुछ लीगल है तो चालान किस बात का? ड्राइवर बोला- मोरबी में टाइल कंपनी के लिए राजस्थान से डस्ट ले जाने के लिए सप्ताह में 2-3 बार आता हूं। पहले मंडार से आगे नाका लगा रखा था। वहां शिकायत होने पर यहां बंद पड़े टोल पर वसूली कर रहे हैं। 10 लोग प्राइवेट लगा रखे हैं, जाे सड़क पर खड़े होकर गाड़ियां रुकवाते हैं। भास्कर के कैमरे में रिकॉर्ड हो गया वसूली का सच
अवैध वसूली के खेल को करीब से समझना था। ऐसे में भास्कर रिपोर्टर ने गुजरात की ओर से आ रहे ट्रक के ड्राइवर कल्लू से बात की। उसके ट्रक में नाके पर पहुंची। गार्ड ने ट्रक रुकवाया। ट्रक में महिला को देख गार्ड ने ड्राइवर को इंस्पेक्टर की गाड़ी तक आने को कहा। रिपोर्टर ने ड्राइवर को मोबाइल कैमरा ऑन करके दिया। थोड़ी देर बाद ड्राइवर लौटा। बोला- 2200 रुपए लिए और 2 हजार के चालान की पर्ची बनाकर दी। मैंने 200 रुपए वापस मांगे तो जवाब मिला- एंट्री फीस है। कल्लू ने रिपोर्टर को बताया- मैंने वन नेशन वन टैक्स के तहत मार्च में 42 हजार भरे थे। उसकी रसीद भी है। अवैध वसूली के अलावा मार्च में टारगेट पूरे करने के लिए हर टोल पर आरटीओ वाले चालान काट रहे हैं। राजस्थान पार करने तक जेब से 5 से 8 हजार रुपए लग जाते हैं। बंद करनी पड़ी थी चेक पोस्ट
सिरोही के मंडार में इंस्पेक्टर सुजानाराम चौधरी, अक्षमीता राठौड़ व जुहारमल बॉर्डर चेक पोस्ट लगा कर वसूली कर रहे थे। पिछली सरकार में अवैध वसूली को देखते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की चिट्‌ठी के बाद सभी बॉर्डर चेकपोस्ट बंद कर दिए थे। इसके बावजूद मंडार में वसूली की जा रही थी। ट्रक ड्राइवर्स ने इसके वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिए थे। इसके बाद मंडार की चेकपोस्ट बंद कर 14 फरवरी से करोटी टोल नाके पर लगा दी गई। इंस्पेक्टर सुजानाराम भीनमाल व चित्तौड़गढ़ में भी बॉर्डर चेकपोस्ट पर रहा था। तब भी दोनों इंस्पेक्टर साथ थे। जितनी वसूली, लिफाफे पर उस नंबर पर गोला
करोटी से हर दिन करीब 3 से 4 हजार ट्रक गुजरात आते-जाते हैं। एंट्री के नाम पर एक ट्रक से 200 से 500 रुपए अवैध वसूली की जाती है। एक ड्राइवर ने एक लिफाफा दिखाया। उस पर 1 से 4 तक नंबर लिखे थे। 4 पर गोला लगा था। ड्राइवर ने बताया- आरटीओ इंस्पेक्टर ने एंट्री के नाम पर 400 रुपए वसूले। लिफाफे पर 4 नंबर पर गोला लगाया और बताया कि आगे चार टोल पार हो जाएंगे, लेकिन हर जगह 500 मांग रहे हैं। भास्कर पड़ताल में सामने आया कि लिफाफे पर ये गोले देख वहां खड़े गार्ड को पता चल जाता है कि पैसा मिल गया है और वह ट्रक को जाने देता है। गाड़ी देख कर टीम सतर्क, उलटे पांव लौटी
पाली टोल से पहले भी आरटीओ की टीम मौजूद थी। सांडेराव के टोल पर ट्रकों को रुकवा रखा था। करोटी में मिले ड्राइवरों ने बताया- सांडेराव पर भी एंट्री के नाम पर पैसा देकर आए हैं। रिपोर्टर ने टोल के दूसरी तरफ खड़े ट्रक ड्राइवरों से बात की। गोविंद (ट्रक ड्राइवर) बोला- अभी यहां पैसे वसूले जा रहे थे। आपके आने की जानकारी मिली तो वसूली रोक दी। हमारे ट्रकों को भी नहीं जाने दे रहे। सांडेराव से आगे कांकाणी टोल पर कुछ ट्रक खड़े थे। पूछने पर बताया- जोधपुर के आरटीओ वाले यहां पाली की सीमा में आकर चालान बनाकर एंट्री वसूल रहे हैं। दोपहर 4 बजे से खड़े थे, रात 10 बजे टोल पार किया
कांकाणी टोल से पहले पाली रोड पर कई ट्रक खड़े थे। ड्राइवर भरत वैष्णव बोले- गुजरात से आ रहे हैं। करोटी में एंट्री के 500 रुपए दिए। पाली व सांडेराव पर भी देकर आए हैं। ड्राइवर विजय रावत ने बताया कि आरटीओ वाले हाथ में डंडा रखते हैं। गाड़ी की लाइट-कांच फोड़ देते हैं। नुकसान के डर से गाड़ी रोकनी पड़ती है। चार घंटे से कांकाणी टोल पर खड़े हैं। इंतजार कर रहे हैं कि कब आरटीओ की गाड़ी निकले, ताकि हम भी निकल सकें। ड्राइवर ने कहा कि आपकी गाड़ी रुकी इसलिए आरटीओ की गाड़ी चली गई नहीं तो पाली के बॉर्डर में आकर जोधपुर आरटीओ टीम हमें ट्रक आगे बढ़ाने के लिए बोल रही थी। ताकि टोल पार करते ही हमसे एंट्री वसूल सकें। अवैध वसूली पर जिम्मेदारों के तर्क
आरटीओ पाली अर्जुन सिंह ने बताया कि 31 मार्च तक रैपिड चालानिंग है। सिरोही का 17 कराेड़ का टारगेट है। ऐसे में चालान ज्यादा हो रहे हैं। कोई एंट्री वसूल रहा है तो गलत है। ऐसा है तो शिकायत करें। हम एक्शन लेंगे। आरटीओ से बात होने के तुरंत बाद इंस्पेक्टर सिरोही सुजानाराम का कॉल आया। उन्होंने सफाई दी- हम सिर्फ चालान काट रहे हैं। एंट्री के नाम पर वसूली नहीं कर रहे। रिपोर्टर ने जब बताया कि हमारी पड़ताल में यह सामने आया है तब इंस्पेक्टर ने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया।

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