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राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष:सीपी जोशी ने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी; राधा मोहन दास अग्रवाल होंगे प्रदेश प्रभारी

राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ बीजेपी राजस्थान के नए प्रदेशाध्यक्ष होंगे। वहीं सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल को प्रदेश प्रभारी बनाया है। इससे पहले गुरुवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी है। पिछले 4 दिन से जोशी दिल्ली में थे। वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा से मिले भी थे। जोशी ने इस्तीफे की एक बार पहले भी लोकसभा चुनावों के परिणाम आते ही पेशकश कर दी थी। जोशी विधानसभा चुनावों के परिणामों (दिसंबर-2023) में राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही पद छोड़ना चाहते थे। उन्हें पार्टी आलाकमान ने पद पर बने रहने को कहा था। उनके नेतृत्व में पार्टी की सरकार बन गई थी, वे किसी नए नेता को कमान सौंपना चाहते थे। लोकसभा चुनाव से पहले भी जोशी ने आलाकमान को कहा था, वे स्वयं चित्तौड़गढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में प्रदेश भर में चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगे। हालांकि आलाकमान ने उन्हें पद पर बने रहने को कह दिया था। अब लोकसभा के चुनाव परिणाम आए भी करीब डेढ़ महीना हो गया था। ऐसे में उन्होंने पद छोड़ने की पेशकश एक बार फिर कर दी थी। गुरुवार देर रात पार्टी ने नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया। राठौड़ के नेतृत्व में ही पांच सीटों पर विधानसभा उप चुनाव होंगे। उपचुनाव को लेकर शाह को दिया था फीडबैक
संसद भवन में सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह से जोशी ने मुलाकात की थी। जोशी ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनने पर बधाई दी थी। दोनों नेताओं के बीच राजस्थान की पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर चर्चा हुई थी। जोशी पिछले दिनों उप चुनाव वाले जिलों की कार्य समितियों की बैठक में भी शामिल हुए थे। बैठकों से मिले फीडबैक के बारे में भी जोशी ने शाह को अवगत करवाया। सीएम और प्रदेशाध्यक्ष दोनों पदों पर ब्राह्मण होने से बदले समीकरण
राजस्थान में सीएम और प्रदेशाध्यक्ष दोनों महत्वपूर्ण पदों पर ब्राह्मण नेताओं के होने से जातिगत समीकरण बदले। पार्टी के चुनावी फॉर्मूले में हमेशा से इन दोनों पदों पर अलग-अलग जाति के नेता को रखा जाता है। इस बार संयोग से दोनों ही पदों पर ब्राह्मण नेता ही हैं। सीएम के पद पर भजनलाल शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष पद पर सीपी जोशी। ऐसे में प्रदेशाध्यक्ष पर ओबीसी वर्ग के नेता लाया गया है, ताकि दोनों बड़े पदों का व्यापक असर मतदाताओं में पड़े। क्या लोकसभा के परिणामों से असंतुष्ट थे जोशी
राजस्थान में भाजपा ने पिछले दो लोकसभा चुनावों 2014 और 2019 में सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार 11 सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा। इन परिणामों से जोशी दुखी तो नहीं थे, लेकिन वे असंतुष्ट जरूर थे। उन्होंने आलाकमान को बताया था कि लोकसभा चुनावों में क्या-क्या टिकट संबंधी समीकरण रहे और किन कारणों से चुनावों में अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। उन्होंने स्वीकार किया था कि पार्टी को कुछ तय जातिगत-समाजों के वोट नहीं मिल सके हैं। ऐसे में उन्हें भी प्रतिनिधित्व देना आवश्यक है। ओबीसी या एससी नेता को बना सकती है भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान भाजपा में अगला प्रदेशाध्यक्ष ओबीसी वर्ग से जुड़े नेता को बनाया गया है। मदन राठौड़(ओबीसी) के साथ ही राजेंद्र गहलोत (ओबीसी), प्रभुलाल सैनी (ओबीसी) और जितेंद्र गोठवाल (एससी) के नाम चर्चा में थे। भाजपा में कौन-कौन रहे प्रदेशाध्यक्ष
पिछले 30 सालों में वसुंधरा राजे के अलावा सतीश पूनिया, अरुण चतुर्वेदी, मदनलाल सैनी, ओम माथुर,अशोक परनामी, महेश शर्मा, ललित किशोर चतुर्वेदी, भंवरलाल शर्मा प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। जोशी लोकसभा अध्यक्ष को मानते हैं राजनीतिक गुरु
जोशी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बने हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जोशी को जल्द ही राष्ट्रीय नेतृत्व या केन्द्रीय मंत्रिमंडल (विस्तार होने पर) में जगह मिल सकती है। ये भी पढ़ें- मूल ओबीसी से हो सकता है अगला बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष:उपचुनावों के मद्देनजर जाट-दलित पर भी दांव संभव, जोशी को केंद्रीय संगठन में जिम्मेदारी के संकेत
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के इस्तीफे की पेशकश के बाद अब पार्टी में नए प्रदेशाध्यक्ष की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। सबके मन में दो बड़े सवाल हैं कि सीपी जोशी का इस्तीफा स्वीकार हुआ तो प्रदेश में पार्टी का अगला मुखिया कौन होगा और जोशी की नई भूमिका क्या होगी? पढ़ें पूरी खबर

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