राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘मिलावट के खिलाफ शुद्ध आहार-मिलावट पर वार’ अभियान के तहत कोटा खाद्य सुरक्षा टीम ने रामगंज मंडी में कार्यवाही की। एशिया की सबसे बड़ी धनिया मंडी में दो फर्मों पर छापा मारकर 4 टन धनिये को सीज किया गया। साथ ही, धनिये के 4 सैंपल भी लिए गए। शहर में स्वीट्स शॉप, दूध डेयरी आदि पर भी पनीर, घी, कचोरी का तेल, मावा आदि के सैंपल लिए गए। सैंपल को कोटा फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। मिलावट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी चंद्रवीर सिंह ने बताया कि अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह के मार्गदर्शन में, आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण इकबाल खान और अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा एवं जिला कलेक्टर डॉ. रवींद्र गौस्वामी के निर्देशन में मिलावटखोरी रोकने के लिए जुल्मी रोड, रामगंजमंडी स्थित श्रीरामदेव ट्रेडर्स से साबुत धनिया का नमूना लेकर 60 कट्टे (प्रत्येक कट्टे में 40 किलो) मिलावट की आशंका पर सीज किए गए। वैभव एंटरप्राइज से साबुत धनिया का नमूना लेकर 40 कट्टे (प्रत्येक कट्टे में 40 किलो) मिलावट की आशंका पर सीज किए गए। यह कुल 4000 किलो धनिया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। शहर की शॉप्स पर लिए गए सैंपल महावीर डेयरी का निरीक्षण कर 2 नमूने मावा और पनीर के खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत लिए गए। लगातार कार्रवाई से कोटा में कचौरी/नमकीन विक्रेताओं में जागरुकता का माहौल है। इसी को निरंतर रखते हुए, चार कचोरी विक्रेताओं के यहां टीपीसी मीटर द्वारा तेल की जांच की गई। सभी स्थानों पर कचोरी तलने का तेल टीपीसी में मानक स्तर पर जांच के लिए गया। इनके नमूनों को खाद्य सुरक्षा प्रयोगशाला कोटा में भेजा गया। जांच रिपोर्ट आने के बाद नियम अनुसार विधिक कार्यवाही की जाएगी। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल, चंद्रवीर सिंह जादौन, नितेश गौतम, और सहायक चेतराम मीणा शामिल रहे।