रामनगरिया इलाके में रविवार को बजाज नगर पुलिस पर हुई फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस पर जिस घर से फायरिंग हुई थी उसकी तलाशी में 53 जिंदा कारतूस मिले हैं। 30 राउंड पिस्टल के, 9 राइफल के और 12 बोर के 14 हैं। कानपुर की फैक्ट्री में बने ये सभी कारतूस बाथरूम के पास बनी लकड़ी की अलमारी में महिला के पर्स में मिले। अवैध रूप से कारतूस रखने के बारे में जब संदीप शर्मा की पत्नी उर्वशी अहीर से पूछा, तो उसने बताया कि संदीप आगरा रोड पर जमीनों पर कब्जा करने काम करता है। लोगों को डराने-धमकाने के लिए हथियार रखता है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि अगर बदमाश पुलिस पर फायरिंग नहीं करता, तो घर में रखे हथियारों के जखीरे का पता ही नहीं मिलता, क्योंकि रामनगरिया इलाके में ढाई महीने से किराए से रह रहे बदमाश की पुलिस को जानकारी ही नहीं थी, जबकि पुलिस का ऑपरेशन आग चल रहा है। बता दें कि इससे पहले मुहाना में 280 राउंड मिले थे। सवाल- गन डीलर से खरीदे या चोरी के
सभी कारतूस कानपुर की फैक्ट्री के हैं। ऐसे में पुलिस इनका रिकॉर्ड खंगाल सकती है, क्योंकि बदमाश ने या तो कारतूस गन डीलर से खरीदे या फिर चोरी के होंगे। कानपुर फैक्ट्री में तैयार इन राउंड के बैच और लॉट नंबर की जांच करे तो पता लगाया जा सकता है कि किस गन डीलर को ये लॉट और बैच अलॉट हुआ था।
