उदयपुर के RNT मेडिकल कॉलेज में करंट लगने से हुई मौत के मामले में रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल रविवार को 11वें दिन भी जारी है। रेजिडेंट्स ने रविवार को प्रिंसिपल प्रशासनिक भवन के बाहर टेबल लगाकर मरीजों को देखना शुरू कर दिया। यहां मेडिसन, पीडियट्रिक, गायनोकॉलाजी, सर्जरी, ऑर्थो और ईएनटी आदि की अलग से ओपीडी व्यवस्था शुरू की है। पहले दिन कुछ मरीज यहां इलाज कराने पहुंचे। पहले यह ओपीडी एमबी हॉस्पिटल के आउटडोर के बाहर लगाई गई थी लेकिन बारिश की वजह से जगह बदलकर प्रिंसिपल ऑफिस के सामने की गई। रेजिडेंट्स का कहना है कि एमबी हॉस्पिटल के आउटडोर में हमारे रेजिडेंट्स मरीजों को इस संबंध में जानकारी दे रहे हैं ताकि वे कतार में परेशान नहीं हों और उन्हें समय पर इलाज मिल सके। आंखें मूंद बैठा प्रशासन, कानों पर पर्दा लगा लिया: डॉ हितेष
रेजिडेंट यूनियन के महासचिव डॉ हितेष शर्मा ने बताया कि मरीजों को परेशानी ना हो, इसलिए हमने पैरेलल ओपीडी शुरू की है जिसमें सभी विभागों के रेजिडेंट डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं। कॉलेज प्रशासन तो आंखे मूंदें बैठा है, कानों पर पर्दा लगा लिया है। लगातार करंट से हमारे हॉस्टल में भय का वातावरण है। असर ये है कि कुछ रेजिडेंट अपने दोस्तों और परिजनों के यहां रहने चले गए हैं। वाटर कूलर से कोई पानी नहीं पी रहा। बाहर से कैम्फर मंगाकर पानी पीने को मजबूर है। प्रदेशभर से रेजिडेंट का समर्थन
प्रदेश में सेवारत चिकित्सक संघ का भी हड़ताल को समर्थन है। वे दो-दो घंटे काम नहीं कर रहे। इससे गांव-तहसीलों में सीएचसी और पीएचसी पर इलाज प्रभावित होने लगा है। हड़ताल को जोधपुर, अजमेर, कोटा और जयपुर आ​दि रेजिडेंट एसोसिएशन का समर्थन मिल रहा है।

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