ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल फ्लिपकार्ड पर व्यापारियों के प्रोडक्ट की रेटिंग सुधारकर कमाई करने का झांसा देकर साइबर क्रिमिनल्स ने जोधपुर के एक युवक से 25 लाख रुपए ठग लिए। 14 मार्च से शुरू हुआ ठगी का यह सिलसिला 11 अप्रैल तक चला, लेकिन एक बार मामूली मुनाफ मिलने के बाद रुपए मिलने बंद हो गए। खुद के साथ ठगी का अहसास होने तक युवक अपने दादा के खाते से 25 लाख गंवा चुका था। अब माता का थान पुलिस मामले की जांच में जुटी है। माता का थाना एसएचओ भंवरसिंह जाखड़ ने बताया – मगरा पूंजला बावड़ी बेरा निवासी अवदेश सांखला (25) पुत्र दिनेश सांखला ने रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के अनुसार 14 मार्च को उसके मोबाइल पर एक वॉट्सएप मैसेज आया, जिसमें मैसेज करने वाले ने खुद को फ्लिपकार्ड के साथ ऑनलाइन व्यापारियों के उत्पाद की रेटिंग सुधारने का काम करना बताया। उसके साथ जुड़कर काम करने पर अच्छी कमाई का झांसा दिया। शातिर ने अवदेश को एक लिंक भेजकर कुछ जानकारी मांगी, जो उसने भेज दी। इसके बाद अलग-अलग मोबाइल नंबरों से अवदेश को टास्क दिए गए, जिस पर एक हजार रुपए लगाकर टास्क पूरा किया, इसके बदले में उसे 1200 रुपए मिले। फिर 3000 रुपए का टास्क दिया गया, लेकिन वो पूरा करने के बाद भी अवदेश को कुछ भी नहीं दिया गया। तब अवदेश ने पूछा कि 3 हजार रुपए के बदले 3600 रुपए नहीं मिले हैं, तो कहा गया कि 6000 रुपए जमा कराओ, तो पूरा पेमेंट विड्रॉल होगा। यह राशि जमा कराने के बाद भी रुपए तो नहीं मिले, उल्टा वह शातिरों का जाल में फंसता चला गया। एक अलग वेबसाइट पर बनवाए आईडी पासवर्ड शातिरों ने अवदेश को अपने जाल में फंसाकर रुपए देने की बजाय ऐविएटर वेबसाइट का नया लिंक भेजा गया। उस पर आईडी पासवर्ड बनवा कर लगातार पेमेंट लेते रहे और उसमें कुछ राशि जोड़कर डमी पेमेंट दिखाया जाता रहा, कि आपकी इतनी विड्रॉल राशि हो गई है। इसे निकालने के बारे में पूछे जाने पर शातिर ने कहा कि आपने हमसे बिना पूछे रुपए निकालने की कोशिश की है, इस वजह से यह विड्रॉल नहीं हो रही है। जल्द ही यह निकाल पाएंगे। साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज कराई शिकायत क्रिमिनल्स लगातार अवदेश से रुपए विड्रॉल होने का झांसा देकर पेमेंट लेते रहे, लेकिन यह राशि कभी विड्रॉल नहीं हो पाई। तब पीड़ित ने साईबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https//cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करवायी। तब तक 14 मार्च से 11 अप्रैल तक दबाव में रहकर पीड़ित द्वारा ऐविएटर वेब पोर्टल पर लगातार लगभग 25 लाख से ज्यादा रूपए लगा दिए गये। जो कोशिश करने के बाद भी विड्रोल नहीं हो रहे थे। इस बारे में दोस्तों से जिक्र करने पर पता चला कि उसके साथ फ्रॉड हो रहा है, अब और अधिक रुपए मत लगाना। यह तमाम राशि पीड़ित ने अपने दादा के बैंक अकाउंट से एसबीआई के योनो एप के माध्यम से विड्रॉल करके लगाए थे। अब पुलिस इन ट्रांजेक्शन की छानबीन में जुटी है।