झालावाड़ के बकानी कस्बे में एक और नेत्रदान का मामला सामने आया है। कपड़ा व्यापारी कैलाशचंद गुप्ता की पत्नी लीलाबाई जुलानिया के आकस्मिक निधन के बाद उनके परिवार ने नेत्रदान का निर्णय लिया। शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र कमलेश गुप्ता दलाल ने कोटा में डॉ. कुलवंत गौड़ को इसकी सूचना दी। लीलाबाई के भाई बद्रीलाल गुप्ता की पहल पर उनके पुत्र प्रकाश जुलानिया और पुत्रियां सुनीता व उषा ने नेत्रदान के लिए सहमति दी। डॉ. कुलवंत गौड़ कोटा से 130 किलोमीटर की दूरी तय कर ज्योति-रथ लेकर बकानी पहुंचे। रात 10 बजे परिवार की उपस्थिति में उन्होंने लीलाबाई के पार्थिव शरीर से कॉर्निया प्राप्त किया। इस पुनीत कार्य में लीलाबाई के भाई रामबाबू, बद्रीलाल गुप्ता, ज्योति मित्र संजय जुलानिया, हेमलता गांधी और धर्मेंद्र घाटिया का सहयोग रहा। संस्था ने परिवार को प्रशस्ति पत्र और नेत्रदानी गौरव पट्टिका देकर सम्मानित किया। व्यापार महासंघ बकानी के अध्यक्ष संजय जुलानिया के अनुसार, यह बकानी से चार दिनों में दूसरा नेत्रदान है। इससे पहले गुरुवार को शकुंतला देवी का नेत्रदान हुआ था। पिछले 3 वर्षों में बकानी से यह नौवां नेत्रदान है, जिसमें 8 महिलाएं शामिल हैं।
लीलाबाई की आंखों से दो लोगों को मिलेगी रोशनी:परिवार ने दिखाई मानवता, बकानी में चार दिन में दूसरा नेत्रदान
