बूंदी में रामगढ़ सेंचुरी से आबादी क्षेत्र में पहुंचे लेपर्ड के साथ लोगों ने सेल्फी ली। एक युवक ने लेपर्ड की पूंछ पकड़ ली। लोग उसके धक्का मारते रहे और साथ-साथ घूमते नजर आए। रामगढ़ सेंचुरी के रेंजर सुमित कुमार ने मौके पर पहुंचकर लेपर्ड का रेस्क्यू किया। जानकारी के मुताबिक, बसौली रामपुरिया गांव में सोमवार को लेपर्ड आ गया। महावीर गुर्जर ने दोपहर 12 बजे फूल सागर की ओर से लेपर्ड को आते देखा। लेपर्ड को देखकर एक बार तो अफरा-तफरी मच गई, लेकिन जब पता चला की वह घायल है तो लोग उसके साथ सेल्फी लेते रहे। लेपर्ड देखने में कमजोर था और धीरे-धीरे चल रहा था। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। दोपहर 1 बजे वन विभाग की टीम रेस्क्यू करने पहुंची। 15 मिनट में रेस्क्यू कर लेपर्ड को ले गई। रामगढ़ सेंचुरी के रेंजर सुमित कुमार ने बताया कि लेपर्ड बीमार लग रहा है। लेपर्ड के सिर में घाव का कारण संभवतः किसी बड़े जानवर के हमले से हो सकता है। रेंज में इलाज के बाद उसे कोटा भेजा गया। लेपर्ड के साथ लोगों की फोटोज… गांव के सरपंच प्रतिनिधि हरिओम मेघवंशी ने बताया कि गांव चारों तरफ से पहाड़ी क्षेत्र से घिरा है। यहां रात के समय पैंथर और अन्य वन्यजीव अक्सर दिखाई देते हैं। हिंडोली कांग्रेस के ब्लॉक उपाध्यक्ष रामपाल गुर्जर ने बताया कि कई बार मवेशियों का शिकार भी करते हैं। रात के समय बूंदी टनल और आसपास के इलाकों में लगातार लेपर्ड और अन्य वन्यजीवों की मूवमेंट देखी जाती है। दो महीने पहले यहां एक लेपर्ड की वाहन की टक्कर से मौत हो गई थी। इससे पहले एक लकड़बग्घा भी मारा गया था।सेंचुरी से गांव की दूरी 1 किलोमीटर है, आस-पास के क्षेत्र में अभी 10 लेपर्ड और एक टाइगर है। कंटेंट: धर्मराज मीणा