लोकसभा में उदयपुर के सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने आज ‘आदिवासी हिंदू नहीं’ का मामला उठाते हुए कहा- यह बात कहकर भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीएसपी क्षेत्र के साथ षड्यंत्र किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में उत्पात हो रहा, उसकी एनआईए व अन्य जिम्मेदार एजेंसियों से जांच कराई जाए। लोकसभा में बोलते हुए सांसद रावत ने टीएसपी क्षेत्र में आदिवासियों के खिलाफ पिछले कुछ सालों से चलाए जा रहे मामले को उठाते हुए अपनी बात रखी। कांकरी डूंगरी प्रकरण का किया जिक्र सांसद रावत ने उदयपुर-डूंगरपुर के पास हुए कांकरी डूंगरी प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा- साल 2018 से लेकर 2023 तक की अवधि में इस टीएसपी क्षेत्र में भ्रम फैलाया गया कि आदिवासियों पर आईपीसी लागू नहीं होती, इसके बाद युवाओं को भड़काकर कांकरी डूंगरी कांड कराया गया, जिसमें दो आदिवासी गोलीकांड के शिकार हुए। इसके अलावा क्षेत्र में संस्कृति पर आक्रमण करते हुए द प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट एक्ट जो कि संसद का 1955 में बना कानून है। उसकी धारा 3 के विरूद्ध आदिवासी हिंदू नहीं है ऐसा भ्रम फैलाया गया। डॉ. रावत ने कहा- आदिवासियों पर आईपीसी लागू नहीं होती, इस भ्रम की वजह से पूरे क्षेत्र में पत्थरबाज हो रही है। व्यवस्था पूरी तरह भंग हो रही है। सांसद रावत ने बावलवाड़ा घाटी का जिक्र करते हुए कहा कि उस क्षेत्र में पास के कई स्थानों पर पत्थरबाजी की ऐसी घटनाएं हो रही है, जिसके कारण सात बजे बाद निकला मुश्किल हो गया है। वहां जो भी उत्पात हो रहा है वो बाहरी तत्व आकर कर रहे हैं। उनकी एनआईए सहित अन्य जिम्मेदार एजेंसियों से जांच होनी चाहिए।