सुरक्षा की खामी के कारण अलवर जिला अस्पताल में समाने स्थित वन स्टॉप सेंटर से दो नाबालिग लड़की मौका देखकर फरार हो गई। लेकिन दो दिन बाद दोनों को अलग-अलग जगहों से दस्तयाब कर लिया सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) के आदेश पर सुरक्षा की दृष्टि से फरार नाबालिग बालिकाएं दस्तयाब कर ली गई। बालिकाओं के फरार होने का मुकदमा भी दर्ज हुआ। लेकिन सेंटर से फरार होने की अधिकारी व कर्मचारियों ने किसी को जानकारी नहीं दी । लेकिन अब दाेनाें नाबालिग को दस्तयाब कर लिया गया है। उसके बाद वन स्टॉप सेंटर के अधिकारी व कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। सेंटर प्रबंधक रिकी वर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एक नाबालिग को भिवाड़ी से वन स्टोप सेंटर पुलिस के जरिए लेकर आया गया था। दूसरी बालिका को मुंडावर से लेकर आया गया था। ये दोनों बालिकाएं सेंटर से 25 जून को तड़के 4 बजे निकल गई। जिसकी किसी को भनक ही नहीं लगी। घटना की जानकारी तत्काल संबंधित थाना और सीडब्ल्यूसी को दी गई। लेकिन वन स्टॉप सेंटर के अधिकारी व कर्मचारियों को नाबालिग के निकल जाने की भनक नहीं लगी। अब भी सेंटर पर सुरक्षा की कमी है। जिसके कारण ही नाबालिग यहां से फरार हो गई थी। जबकि उस उस समय सेंटर पर निगरानी ड्यूटी में महिला कांस्टेबल उघा (1723), केस वर्कर रेनू कुमारी, सुरक्षा गार्ड नीलू वशिष्ठ और एमटीए संजू तैनात थीं।