डीग जिले में पुलिस के द्वारा अवैध वसूली करने की ऑडियो वीडियो लगातार सामने आ रही है। यहां तक की पूर्व में डीएसपी के द्वारा रात्रि चैकिंग के दौरान पुलिसकर्मी अवैध वसूली करते हुए भी पाए गए थे। डीएसपी के द्वारा पुलिस कर्मियों के विरुद्ध रपट भी डाली गई थी, लेकिन पुलिस की वसूली रुकने का नाम नहीं ले रही है। कोतवाली थाने का कांस्टेबल रंगलाल मीणा एवं चालक नंदराम की वार्ता की एक ऑडियो वायरल हुई है। जिसमें गाड़ियों के निकलने को लेकर दोनों की वार्ता हो रही है। एसपी ने कांस्टेबल रंगलाल को लाइन हाजिर कर दिया है। गत दिनों कांस्टेबल रंगलाल मीणा की दो ऑडियो वायरल हुई थी। जिसमें साइबर ठगों के मुकदमे से नाम निकाले जाने को लेकर वार्तालाप किया गया था। एसपी के निर्देश पर डीग सीओ के द्वारा जांच की जा रही है। कुछ दिन बाद ही दूसरी ऑडियो सामने आ गया। रंगलाल विवादों में चल रहा है। पूर्व में लोगों के द्वारा परिवाद भी दर्ज किए गए थे, यहां तक की साइबर ठगों से वार्तालाप की ऑडियो भी वायरल हो गई थी। शिकायत एवं ऑडियो वायरल होने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो पाई। वह अधिकारियों में अच्छी पकड़ बताता है। डीग डीएसपी प्रेम बहादुर ने 20 मई रात को गश्त करते हुए पुलिस कर्मियों को अवैध वसूली करते हुए पकड़ा गया, जिसे उन्होंने अपनी रपट में पूरा खुलासा किया है। डीग बस स्टैण्ड के सामने वाले तिराहे पर गाडी में एएसआई राजवीर सिह, चालक वीरपाल, शाहबद्वीन, विश्राम कांस्टेबल भूसा वाले ट्रैक्टरों की चेंकिंग करते हुए मिले। इनको समझाया कि कस्बे में चोरी हो रही हैं। आप वसूली कर रहे हो। इन्हें कस्बे में अन्दर गश्त करने के निर्देश दिए। सीओ बहज वाले रास्ते पर चैक करता हुआ पुनः बस स्टैण्ड पहुंचा तो गाडी पुनः उसी स्थान के समीप ही दस मीटर दूरी पर खड़ी मिली ओर एएसआई राजवीर सिंह ट्रैक्टर के पास दौड़कर रुपये ले ही रहा था। पूर्व में समझाने के उपरान्त भी थाना जाप्ता मुख्य रूप से रात में गश्त न करके मुख्य तिराहे व हाइवे पर रातभर वसूली करते रहते है। पीछे से पूरा कस्बा गश्त रहित रहने पर रात को चोरियां होती रहती है। बहज चौकी पहुंचा तो वहां पर गोवर्धन की ओर से आने वाले तूड़ी के ट्रैक्टर के आगे भी बैरियर लगाकर दोनों ओर से रास्ता जाम होने पर मौके पर पहुंचा तो 30 साल का व्यक्ति वसूली कर रहा था। जो डीएसपी को वर्दी में देख कर भाग गया।वापस आकर चौकी प्रभारी रविन्द्र सिंह एएसआई, ओमवीर सिंह कांस्टेबल को जगाकर पूछा तो बोले कि कोई बात नहीं मैं सुबह आठ बजे आपसे मिल लूगां। नंदराम कांस्टेबल: रंगलाल भैया नंदराम बोल रहा हूं. कछु गयो का रंगलाल कांस्टेबल: अभी तो कछु ना निकले भाई साहब एक बूगा निकलो है पहले से नंदराम कांस्टेबल: वह तो निकल गयो हम पेते बाजार में हम कार्रवाई कर रहे थे। रंगलाल कांस्टेबल: अब तो कछु ना है वा के संग ही दो डंपर निकल गई। डीएसपी ने समझाइश कर गश्त चैक करते हुए थाने के सामने श्री नीलकण्ठ मन्दिर के पास पहुंचे तो गाडी 112 में कांस्टेबल जगदीश सोता हुआ मिला। रात्रि डयूटी में लापरवाही व अनुशासनहीनता, कर्तव्यहीनता व वसूली करने के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। ^कांस्टेबल रंगलाल को लाइन हाजिर कर मामले की जांच कराई जा रही है। – राजेश मीणा, एसपी डीग।