राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान शिव से निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी ने सोलर कंपनियों की मनमानी और स्थानीय लोगों की परेशानियों को लेकर सरकार और कंपनियों पर निशाना साधा। भाटी ने कहा- अक्षय ऊर्जा के नाम पर जितनी भी बिजली पैदा कर रहे हो, उसमें राजस्थान को क्या मिल रहा है। पश्चिमी राजस्थान में बन रही सोलर और विंड पावर तो दूसरे राज्यों को जा रही है। जबकि हमारे किसान को बिजली नहीं मिल पा रही है। दरअसल, राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र में ओरण गोचर का मुद्दा हॉट बना हुआ है। सत्तारूढ़, विपक्ष और निर्दलीय विधायक ओरण का मुद्दा पर विधानसभा के पटल पर रख रहे है। इसमें सबसे आगे निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी है। इधर सता के विधायक पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी, जैसलमेर विधायक छोटू सिंह, शेरगढ़ विधायक बाबूसिंह विपक्ष के बायतु विधायक हरीश चौधरी का मुद्दा पटल पर रख चुके है। भाटी ने कहा तंज कसते हुए कहा कि राइजिंग राजस्थान के तहत 35 लाख करोड़ के एमओयू हुए। बहुत अच्छी बात है। स्टेट आगे बढ़ने के साथ विकास होना चाहिए। बहुत ज्यादा जरूरी है। एमओयू में देखा तो 35 लाख करोड़ के एमओयू में से 28 लाख करोड़ हमारे अक्षय ऊर्जा के है। बहुत अच्छी चीज है। वेस्टर्न राजस्थान ऊर्जा उत्पादित कर रहे हो यह बहुत ही अच्छी चीज है। इसकी कीमत आज के समय में सीमांत किसान चुका रहे है। अक्षय ऊर्जा के नाम पर जितनी भी बिजली जनरेट कर रहे हो। इस स्टेट को क्या मिल रहा है। पावर ग्रिड से हम आंधप्रदेश, तेलगांना सहित अलग-अलग राज्यों को बिजली दे रहे है। क्या हमारे किसानों को आज बिजली दे पा रहे है क्या? पहले घर में जिस की जरूरत है उसकी पूर्ति आप कराओ। आज के समय में हमारे किसानों को बिजली नहीं मिल पा रही है। ओरण-गोचर को मल्टीनेशनल कंपनियों के चरणों में रख दिया भाटी ने कहा- जो जमीन ओरण गोचर थोड़ी बची थी वो भी उसको भी आपने मल्टीनेशनल कंपनी के चरणों में रख दिया है। आज पूरे किसान बहुत ज्यादा परेशान है। उनकी बात कोई नहीं करता है। हमें लगा था कि इससे मैन्युफैक्चरिंग यूनिट आएंगी और लगेंगी। खूब सारे युवाओं को रोजगार मिलेगा। कई लोगों ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान में तो विकास बरस जाएगा। आप देखों क्या होता है। हमें वही सपने दिखाए गए जो रिफाइनरी के नाम पर दिखाए गए थे। हमें कहां गया था कि आने वाले समय यह दुंबई बनेगा। लेकिन पश्चिमी राजस्थान के लोग आज भी वही खड़े हैं। आज दुबारा सपने भोले भाली जनता को दिखाए जा रहे है। सोलर प्लांट लगने के बाद दो गार्ड के अलावा तीसरा आदमी नही लगता भाटी ने कंपनियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सौर प्लांट लगने के बाद दो गार्ड के अलावा कोई तीसरा आदमी नहीं लगता है। पहले सोलर प्लेट्स साफ करने के लिए एक आदा आदमी लगाया करते थे। आज तो उसका भी राबाेर्ट आज गया है। भाटी ने कहा कि वहां पर वन संपदा को पूरी तरीके से खत्म कर दिया है। गाय हमारे लिए पवित्र और भगवानरूपी है। जब यह ओरण और गोचर खत्म हो जाएगा। तो वह गोमाता कहां जाएगी। आज उसकी बात कौन कर रहा है। आप मुकदमों से डरा दोगें, दबा दोगें बाड़मेर जिले के शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा- पश्चिमी राजस्थान में ओरण तो मल्टीनेशनल कंपनियों को दिए जा रहे हैं तो फिर हमारी गाय माता कहां जाएगी। हमने इस पर आवाज उठाई तो बदले में मुकदमे लाद दिए, लेकिन क्या आप मुकदमों से डरा दोगे? जहां पर सोलर और विंड पावर प्लांट लग रहे हैं, वहां स्थानीय युवाओं को रोजगार में 75% आरक्षण दीजिए। भाटी ने कहा कि मैं चैलेंज करता हूं कि आप कहोंगे वहां खड़े रहने के लिए तैयार हूं। जिस तरीके से काम कर रहे हो। वाकई दुखद है। एक पेड़ मां के नाम दूसरी तरफ 100 पेड़ किसके नाम पर काटे जा रहे भाटी ने कहा- सोलर प्लांट्स जहां लग रहे हैं, वहां लाखों की तादाद में खेजड़ी के पेड़ काटे जा रहे हैं। एक तरफ हम मां के नाम पर एक पेड़ लगा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ सौ-सौ पेड़ किसके नाम पर काट रहे हैं।जवाब मांगती है यह जनता। स्टेट देख रहा है। मैं तो पश्चिमी राजस्थान के तमाम 47 सदस्यों से कहना चाहूंगा कि समय रहते आपने उस क्षेत्र की आवाज को नहीं रखा तो वह जनता तैयार बैठी है। एक साल निकल गया। चार साल भी निकल जाएंगे। पता नहीं चलेगा। आप जिस सौर ऊर्जा और विंड जहां लगता है वहां 500 मीटर की परिधि में कोई भी इंसान और आने वाली पीढ़ी सुन नहीं पाएगी। यह स्थितियां पैदा होने वाली है।