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एसडीएम पर बंदूक तानने के मामले में तीन साल की सजा मिलने के बाद विधायकी गंवा चुके कंवरलाल मीणा ने सजा माफी के लिए राजभवन का दरवाजा खटखटाया है। कंवरलाल मीणा ने सजा माफी के लिए राज्यपाल के पास दया याचिका लगाई है। दया याचिका पर अब राज्यपाल फैसला करेंगे। इस याचिका पर राजभवन ने रिपोर्ट मांगी है। कंवरलाल की दया याचिका पर सरकारी प्रक्रिया शुरू होने के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। राज्यपाल कंवरलाल की सजा कम करते हैं या माफ करने पर फैसला करते हैं तो उनकी विधायकी फिर से बहाल होने का रास्ता साफ हो जाएगा। पिस्टल तानने के मामले में 3 साल की सजा
कंवरलाल मीणा को एसडीएम पर पिस्टल तानने के मामले में 3 साल की सजा बरकरार रहने के हाईकोर्ट के फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली थी। इसके बाद उन्होंने अकलेरा कोर्ट में सरेंडर कर दिया था, जहां से उन्हें जेल भेज दिया था। सरेंडर के बाद से कंवरलाल जेल में बंद हैं। विधानसभा स्पीकर की मंजूरी के बाद 23 मई को कंवरलाल की विधानसभा सदस्यता खत्म करने की अधिसूचना जारी कर चुनाव आयोग को सूचना भेज दी गई। सजा माफ हुई तो विधायकी बहाल हो जाएगी कंवरलाल मीणा बारां की अंता सीट से बीजेपी विधायक थे। 3 साल की सजा के बाद उनकी विधायकी खत्म करके सीट खाली होने की सूचना चुनाव आयोग को भेज दी गई है। अभी तक चुनाव आयोग ने अंता सीट पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की है। कानूनी जानकारों के मुताबिक जब तक चुनाव आयोग इस सीट पर उपचुनाव की घोषणा नहीं करता, उससे पहले कंवरलाल की सजा कम या माफ हो जाती है तो उनकी विधायकी बहाल होने का ​रास्ता बचा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट में समय ज्यादा लगने की संभावना सुप्रीम कोर्ट में अभी छुट्टियां चल रही हैं, जुलाई मध्य तक रूटीन सुनवाई शुरू होगी। सुप्रीम कोर्ट से सजा कम होने की राहत मिले या नहीं मिले, इस पर भी संशय है। ऐसे में राज्यपाल के पास दया याचिका का ​विकल्प चुना गया है ताकि जल्द फैसला हो सके। एसपी ने थाने से जल्द ओपिनियन भेजने के लिए लेटर भेजा कंवरलाल की दया याचिका पर झालावाड़ एसपी ने अकलेरा थाने से अपना ओपिनियन भेजने को कहा है। अकलेरा थाने को एसपी के दफ्तर से 20 जून और 24 जून को चिट्ठी जारी कर ओपिनियन भेजने को गया। इसके बाद 26 जून को रिमांइडर जारी कर जल्द जवाब भेजने को कहा है। जूली बोले- यह प्रक्रिया लोकतंत्र की हत्या के बराबर ——————————— ये खबर भी पढ़ें-: बीजेपी की कंवरलाल मीणा की विधायकी बचाने की कोशिश:राज्यपाल से सजा माफी की संभावना पर कानूनी मंथन; गुजरात-यूपी में गवर्नर माफ कर चुके बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को कोर्ट में सरेंडर करना है। एसडीएम को पिस्टल दिखाने के मामले में ट्रायल कोर्ट से मिली 3 साल की सजा हाईकोर्ट से बरकरार रहने और सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलने पर कंवरलाल की विधायकी खतरे में है। (पढ़ें पूरी खबर)

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