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‘2013 में मैं जब पहली बार विधायक बना तो भाषण देकर घर लौटा। तब बेटियों ने कहा- पापा आप बड़ी-बड़ी बातें करते हो, न आपने पढ़ाई की न हमें पढ़ा रहे हो।’ बेटियों से मिली इस सीख का तब 7वीं पास विधायक (उदयपुर ग्रामीण) फूल सिंह मीणा पर इतना गहरा असर हुआ कि आज 66 की उम्र में एमए सेकेंड ईयर के स्टूडेंट हैं। भविष्य में पीएचडी की तैयारी में अभी से जुटे हैं। उन्होंने न केवल खुद की 5 बेटियों को आगे पढ़ाया, बल्कि आदिवासी क्षेत्र में अनोखी मुहिम चलाई। ये मुहिम थी 10वीं और 12वीं बोर्ड में टॉप करने वाली बच्चियों को मुफ्त में हवाई यात्रा। विधायक के इस ऑफर का ऐसा असर हुआ कि आज उनके क्षेत्र में बाल विवाह के मामले लगभग शून्य हो चुके हैं। सरकारी स्कूलों में बच्चियों के नामांकन में बढ़ोतरी हुई है। हाल ही में विधायक अपने क्षेत्र की 50 से ज्यादा बच्चियों को हवाई सफर करवाकर मुख्यमंत्री से मिलवाने जयपुर पहुंचे। इस दौरान भास्कर टीम ने विधायक और उन मेधावी बच्चियों से बात की… ‘7वीं पास करते ही मेरी कर दी थी शादी, तब करता था मजदूरी’
विधायक फूल सिंह मीणा बताते हैं- शिक्षा के अभाव में कम उम्र में माता पिता ने मेरा विवाह कर दिया गया था। तब मैं फैक्ट्रियों में मजदूरी करता था। आर्थिक हालात अच्छे नहीं थे। मगर 2009 में उदयपुर नगर परिषद में पार्षद का चुनाव जीता। फिर 2013 में बीजेपी से विधायक का टिकट मिला। तब प्रचार के दौरान भाषण देने पड़ते थे। भाषण में सरकार की योजनाओं का गुणगान करना होता था। बेटियों ने मेरा भाषण सुनने के बाद कहा- पापा आप अच्छा भाषण नहीं दे पाते हैं, आपको पढ़ना चाहिए। अपनी अधूरी पढ़ाई पूरी करनी चाहिए। बेटियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में बताया कि वे भी बेटियों को पढ़ाने की बात करते हैं, आप हमें पढ़ाओ। उनकी दी हुई सीख मुझे बहुत अच्छी लगी। उसी दिन ठान लिया था कि खुद भी पढ़ना है और बेटियों को भी पढ़ाना है। फूल सिंह ने 55 साल की उम्र से ओपन स्कूल से 8वीं में दाखिला लेकर पढ़ाई शुरू की। आज 66 साल की उम्र में एमए सेकेंड ईयर में पहुंच चुके हैं। इस बार फाइनल का एग्जाम देंगे। वो कहते हैं- मेरा सपना पीएचडी करने का है। उसके लिए अभी से पढ़ना शुरू कर दिया है। 2013 में बेटियों को दिया ऑफर, आज मिल रहे नतीजे
फूल सिंह मीणा ने बताया- जब मैं विधायक बना, तब पहली बार 2013 में मैंने आदिवासी क्षेत्र की बेटियों को पढ़ाई के प्रति जागरूक करने का बीड़ा उठाया। बच्चियों में कॉम्पिटिशन बढ़ाने के लिए ऑफर समझ लीजिए या अपील की- जो भी बच्ची 10वीं और 12वीं बोर्ड की मेरिट में आएंगी, उन्हें मुफ्त हवाई यात्रा करवाऊंगा। इसका इलाके में ऐसा असर हुआ कि मजदूरी करने वाले आदिवासी परिवारों ने अपनी बेटियों का बाल विवाह न करके उन्हें पढ़ाना शुरू कर दिया। कई बेटियों ने खुद आगे बढ़कर अपने बाल विवाह रुकवाए और बड़ी क्लास में दाखिला लिया। उसी का आज परिणाम है कि उदयपुर ग्रामीण के सभी सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन है। बेटियां लगातार टॉप कर रही हैं। मेरे क्षेत्र में बाल विवाह के मामले भी लगभग शून्य हो चुके हैं। मीणा ने बताया कि वो लगातार 12 साल से हर वर्ष बोर्ड नतीजों के बाद क्षेत्र की 70 से 100 बेटियों को हवाई सफर करवाते हैं। इससे छात्राओं में खासा उत्साह बना रहता है। बेटियां शिक्षा के प्रति अब जागरूक हो चुकी हैं। ‘ऑफर सुनकर की 8-10 घंटे पढ़ाई, बनी स्कूल टॉपर, अब बड़ा अफसर बनना चाहती हूं’
उदयपुर के भुवाना सरकारी स्कूल में दसवीं बोर्ड की परीक्षा में अव्वल आने वाली सलोनी दमामी कहती हैं- मैं पहली बार हवाई यात्रा कर रही हूं। विधायक जी अव्वल आने वाली बेटियों को हवाई सफर करवाते हैं। जब मुझे इस बात की जानकारी लगी तो 10वीं बोर्ड से ही रोज 8-10 घंटे पढ़ना शुरू कर दिया। 10वीं में 89% अंक हासिल किए थे। इस बार 12वीं बोर्ड में और हार्ड वर्क किया और भुवान स्कूल टॉप करते हुए 91% हासिल किए हैं। उसी की बदौलत हवाई सफर का मौका मिला है। अभी तक हवाई सफर का सपना था, वो पूरा हो गया। अब इसी तरह आगे पढ़कर बड़ा अधिकारी बनना है। घरवाले कम उम्र में शादी करना चाहते थे, अब खुद पढ़ने भेज रहे
भावना देवड़ा ने 86% अंक लाकर डाकन कोटड़ा सरकारी स्कूल (उदयपुर ग्रामीण) में 12वीं बोर्ड में अपने स्कूल में टॉप किया है। उन्होंने बताया कि पहले परिवार के लोग कम उम्र में शादी करवाने पर जोर देते थे। मगर अब विधायक जी की मुहिम के चलते खुद पढ़ने भेज रहे हैं। 10वीं में मेरे 77% बने थे। इस बार और मेहनत कर बारहवीं में टॉप किया है तो हवाई यात्रा सहित सीएम भजनलाल और बड़े-बड़े अफसरों से मिलने का मौका मिला। मुझे यकीन है इस प्रेरणा से हम भी किसी दिन बड़ा अधिकारी बनकर देश का नाम रोशन करेंगे। जिन परिवारों में बाल विवाह होता था, उन बच्चियों में IAS-IPS बनने के सपने- स्कूल प्राचार्य
उदयपुर ग्रामीण जिले में स्थित बड़ी उंदरी सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल संजय लुणावत ने बताया- विधायक के प्रयासों से आदिवासी बाहुल्य इलाके में पढ़ाई के प्रति जागरूकता आई है। इससे बाल विवाह पर इलाके में रोक लगी है। जो परिवार अपनी बच्चियों का बाल विवाह करते थे, खुद एडमिशन करवाने आते हैं। बेटियां भी भविष्य के लिए बड़े लक्ष्य तय कर रही हैं। आज वे राजनेता, सैन्य अफसर या कलेक्टर एसपी बनने के सपने की ओर बढ़ रही हैं। उदयपुर संभाग के शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक सुशील कुमार गुप्ता ने बताया- इस मुहिम का बड़ा असर हुआ है। क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में छात्राओं के नामांकन में खास तौर पर वृद्धि हो रही है। उदयपुर ग्रामीण के अकेले 80 स्कूलों में लड़कों के मुकाबले लड़कियों के नामांकन में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में नामांकन घट रहा है। विधायक फूल सिंह मीणा की राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी सराहना की है। दिलावर ने कहा- विधायक पहले खुद पढ़े और फिर उन्होंने बेटियों को पढ़ाने के लिए जागरूकता की मुहिम चलाई। इससे आदिवासी इलाके में शिक्षा का स्तर सुधरा है। सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ा है, जो राज्य के लिए मिसाल है। अब विधायक फूल सिंह मीणा के जीवन के बारे में
1959 में भीलवाड़ा के गांव गाडोली में जन्मे उदयपुर ग्रामीण के विधायक फूल सिंह मीणा (64) अपने पिता की मौत के बाद से गांव में अपने भाइयों के साथ रहकर खेती में हाथ बंटाते थे। आर्थिक हालात नहीं सुधरे तो कोटा और उदयपुर में कई फैक्ट्रियों में मजदूरी की। एक फैक्ट्री में लेबर ठेकेदार बने तो दायरा बढ़ा। यहां से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। संघ में दो साल का प्रशिक्षण लिया और राजनीतिक सफर की शुरुआत की। 1997 में उदयपुर नगर परिषद में एसटी रिजर्व वार्ड से पत्नी शांति देवी ने बीजेपी से वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। इसके बाद साल 2009 में मीणा को वार्ड से टिकट मिला और जीत गए। फिर बीजेपी जिला मंत्री, बीजेपी एसटी मोर्चा के प्रदेश मंत्री रहे। 2013 में पहली बार बीजेपी से उदयपुर ग्रामीण विधानसभा के लिए टिकट मिला और 13 हजार 764 मतों से जीते। इसके बाद 2018 में 18 हजार 707 मतों से जीते। 2023 में तीसरी बार 27000 से ज्यादा मतों से जीते। इस तरह गांव से मजदूरी करने निकले फूलसिंह मीणा विधायक बनकर उभरे। अब पढ़ाई में भी विधायक बनने के बाद 7वीं से एमए तक का सफर तय कर चुके हैं। लड़कियों की प्लेन से जयपुर विजिट की यह खबर भी पढ़िए.. उदयपुर की सरकारी स्कूल की छात्राएं सीएम से मिली:विधायक होनहार छात्राओं को हवाई यात्रा से जयपुर लेकर गए, विधानसभा को भी देखा सरकारी स्कूलों में 80% से ज्यादा अंक लाने वाली उदयपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की 30 बालिकाओं को हवाई यात्रा कराई गई। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने छात्राओं को उदयपुर से जयपुर हवाई जहाज में यात्रा कराई और वहां पर मुख्यमंत्री से मिलाया। पढ़ें पूरी खबर…

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