विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी में इनोवेशन, डिजाइन और एंटरप्रेन्योरशिप (आईडीई) का दो दिवसीय बूट कैंप आयोजित किया गया। इस बूट कैंप में राजस्थान के दो सौ पीएम श्री स्कूलों ने प्रतिभाग लिया। राजस्थान स्टेट प्रोजेक्ट के प्रमुख सुरेश कुमार भुनकर ने अपने मुख्य वक्तव्य में स्टूडेंट्स को उद्यमिता की ओर ले जाने के प्रयास और कौशल विकास पर जोर देने की बात कही। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट प्रो. एन डी माथुर ने स्कूली शिक्षा साक्षरता तकनीकी और नवाचार पर बल देने की बात कही साथ ही विश्वविद्यालय को इस कार्यक्रम को आयोजित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ इस पर भी अपनी प्रशंसा जाहिर की। उद्घाटन सत्र में दूसरे वक्ता के तौर पर योगेश वादवान, एआईसीटीई के नोडल अधिकारी के रूप में अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा की यह कार्यक्रम स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (डीओएसईएल), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), प्राइम के साथ एक सहयोगी पहल है और विवेकानंद ग्लोबल विश्व विद्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया। वादवानी फाउंडेशन के मुख्य प्रशिक्षक डॉ. अरविंद देशमुख और डॉ. शीनू जैन ने भी कार्यक्रम में अपने विचार रखे। आईडीई बूटकैंप को स्टूडेंट्स, शिक्षकों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच नवाचार, डिजाइन सोच और उद्यमशीलता की भावना की संस्कृति विकसित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कार्यशालाओं, इंटरैक्टिव सत्रों और व्यावहारिक परियोजनाओं की एक श्रृंखला के माध्यम से, प्रतिभागियों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने और नवीन समाधान विकसित करने के लिए मूल्यवान कौशल और ज्ञान प्राप्त होगा। इस बूटकैंप के माध्यम से, स्टूडेंट्स को नवाचार पर विशेषज्ञ के नेतृत्व वाले सत्रों के बारे में जानने को मिलेगा। इसके अलावा, वे रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए आकर्षक चर्चाओं और विचार-मंथन गतिविधियों के बारे में सीखेंगे। वे सीखे गए कौशल को लागू करने और नवीन समाधान विकसित करने के लिए व्यावहारिक अनुभव सीखेंगे। इस कार्यक्रम के द्वारा स्टूडेंट्स को उद्योग जगत के अनुभवी उद्यमियों से मार्गदर्शन तथा समान विचारधारा वाले व्यक्तियों और संगठनों से जुड़ने का अवसर मिलेगा। उद्घाटन कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के प्रो प्रेसिडेंट डीवीएस भगवान लुलू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सतीश जांगिड़ ,प्रेसिडेंट इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल ने किया।