सलोनी पांडे | भरतपुर शिक्षा विभाग का दावा है कि शहर में एक भी सरकारी स्कूल किराए के भवन में संचालित नहीं है, लेकिन हकीकत बिल्कुल अलग है। 42 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी राजकीय प्रा. विद्यालय बरसो का नगला व राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय कृष्णा नगर स्कूल के विद्यार्थी किराए के 2 कमरों में बैठकर पढ़ाई करते हैं। जहां सरकारी ऑफिस में अधिकारी बिना पंखा, एसी के कार्यालय में बैठते नहीं। पसीने से तरबतर नन्हे बच्चे टीनशेड के नीचे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं। परिषदीय स्कूल बरसो के नगला स्कूल के नाम 7 बीघा जगह 2010 में ही आवंटित कर दी गई थी, लेकिन अतिक्रमण करने के उद्देश्य से सरकारी जमीन पर कुछ लोग कोर्ट से स्टे ले आ गए, जिस कारण आज तक स्कूल की जगह पर स्कूल बन ही नहीं पाया। मजबूरी में बच्चों की शिक्षा को देखते हुए पार्षद गोविंद के घर पर 2 कमरों में किराया देकर स्कूल संचालित किया जा रहा है। जहां एक 69 विद्यार्थी पढ़ते हैं। स्कूल के अंदर एक कक्षा में कक्षा 1 से 3 के विद्यार्थी पढ़ते हैं। वहीं, कक्षा 4 के बच्चे टीनशेड के नीचे पढ़ते हैं। स्कूल की जमीन पर लोग उपले थाप रहे हैं। -योगेंद्र सिंह प्रधानाचार्य ( राजकीय प्रा. विद्यालय बरसो का नगला) {कृष्णा नगर में किराए के भवन में संचालित राजकीय बालिका उ. प्र. विद्यालय… स्कूल में वर्तमान में 78 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। एक कमरे में स्कूल का ऑफिस वहीं दूसरी कमरे में कई कक्षाओं के विद्यार्थी बैठकर पढ़ाई करते हैं। लेकिन आज तक स्कूल के लिए कोई भी जगह आवंटित नहीं कराई गई। बच्चों की संख्या अधिक होने से परेशानी होती है। -मनीषा कुमारी, प्रधानाध्यापिका (राबाउप्रावि) सिमको वैगन फैक्ट्री से स्कूल महात्मा गांधी गवर्नमेंट स्कूल कृष्णा नगर में शिफ्ट होने के बाद से दोपहर की शिफ्ट स्कूल चलता है। जहां एक तरफ गर्मी के कारण स्कूल के बच्चों की छुट्टी 12:30 बजे हो जाती है। वहीं, सिमको स्कूल के बच्चे कड़क धूप में पढ़ने आते हैं। स्कूल दोपहर 12:30 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक चलता है। वहीं, स्कूल में मात्र कुछ कमरे ही उपलब्ध कराए गए हैं। ऐसे में विद्यार्थी को काफी परेशान होती है। हेमेंद्र कुमार गोयल, प्रधानाचार्य (सिमको स्कूल)