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भास्कर संवाददाता | श्रीगंगानगर होलिका दहन के बाद शुरू हुए श्री शीतला उत्सव मेले को लेकर गुरुवार रात्रि 12 बजे ई ब्लॉक स्थित श्री शीतला माता वाटिका में प्राचीन माता के मंड पर श्रद्धालु गुरुवार रात्रि 12 बजे से आने शुरू हो गए। शुक्रवार को सप्तमी तिथि के चलते भीड़ ज्यादा आने की संभावना के चलते रात में ही काफी लोग दर्शनों के लिए पहुंच गए। श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर माता शीतला को ठंडे-मीठे बासी पकवानों का भोग लगाया और दुग्धाभिषेक व जलाभिषेक किया। सभी ने माता को हल्दी का तिलक लगाकर घर परिवार की खुशहाली और आरोग्य की मन्नतें मांगी। श्री शीतला माता सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे इस उत्सव में अब तक हजारों श्रद्धालु धोक लगा चुके हैं। शीतला सप्तमी के उपलक्ष में शुक्रवार को सुबह 6 से 8 बजे तक इलाके के भजन प्रवाहकों की ओर से माता शीतला को रिझाया जाएगा। इस बीच गुरुवार को दिनभर चम-चमके चुनड़ी माता शीतला की.., मेरे सिर पर धरदे हाथ मात गुडगांवें आली रे.., मां शीतला बैठी है दरबार लगाए.. आदि का गुणगान चलता रहा । मान्यता है कि माता शीतला की सप्तमी पर धोक लगाने से माता जल्दी प्रसन्न होती है, इसलिए शीतला सप्तमी को माता के मंड पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता है। समिति प्रवक्ता सौरभ जैन ने बताया कि शीतला सप्तमी के अवसर पर रात्रि 12 बजे से शुरू हुई कतार दोपहर 12 बजे तक चलती है, जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा माता को चढ़ाए गए भोग को श्री गोशाला भेज दिया जाता है। जैन ने बताया कि शीतला सप्तमी माता शीतला के अनुयायियों के लिए बड़ा दिन होता है, इसी उपलक्ष्य में समिति द्वारा भी माता के मंड पर प्रसाद के साथ-साथ ठंडी मीठी लस्सी व नमकीन छाछ का भंडारा लगाया जा रहा है। इसमें सभी श्रद्धालुओं को पैकेट में पैक लस्सी छाछ भंडारे के रूप में वितरित की जाएगी। माता के मंड को भी विशेष रूप से बिजली की लड़ि​यों एवं रंग-बिरंगी चुनरियों एवं फूलों से सजाया गया है। शीतला सप्तमी पर उमड़ने वाले जनसैलाब के लिए अलग-अलग प्रवेश व निकासी द्वारा बनाए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना हो। इसी के साथ सभी श्रद्धालुओं को माता को अर्पण की गई हल्दी का तिलक भी किया जाएगा। मंड पर माता के गुडगांवां धाम में स्थापित मूर्ति के जैसा एक फ्रेम लगाया गया है, जिसके साथ श्रद्धालु सेल्फी ले सकें। इस आठ दिवसीय श्री शीतला उत्सव का समापन शनिवार को शीतला अष्टमी को पूजन के बाद होगा। गुरूवार को शाम 7 बजे महा माई की मंगलमयी आरती की गई, जिसमें समिति के सदस्यों के अलावा बड़ी संख्या में मोहल्ला निवासी भी शामिल रहे।

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