भीलवाड़ा के बिजौलिया सहित आस पास के क्षेत्र में बुधवार को तेज बारिश के साथ ही मैनाल का झरना शुरू हो गया।मैनाल का झरना टूरिस्ट के लिए आकर्षण का केंद्र है। हर साल यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं। बुधवार को बिजौलिया क्षेत्र में दिन भर उमस का माहौल रहने के बाद शाम को घने काले बादल छाए और उसके बाद तेज बारिश हुई। बारिश से लोगों को राहत मिली वहीं आधे घंटे से ज्यादा देर तक चली तेज बारिश से मैनाल का झरना अपने पूरे वेग से बहने लगा। भीलवाड़ा कोटा राजमार्ग पर स्थित मैनाल झरने में लगभग 150 फीट की ऊंचाई से गिरते पानी की सुंदरता देखते ही बनती है। पर्यटक इस झरने और यहां बने पुराने मंदिरों को देखने के लिए काफी दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात में शुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात में भी मैनाल झरने का जिक्र कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 28 जून 2015 को मन की बात के छटे एपिसोड में यहां का जिक्र किया था। उन्होंने इसे राजस्थान का अनूठा जलप्रपात बताया।झरने के पास पुरानी कला के मंदिर भी है इन्हें देखने के लिए भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं। मेनाल जलप्रपात के अलावा यहां के भड़क, सेवन फॉल, भड़कया माता मंदिर हैं जो पर्यटकों से गुलजार रहते हैं हरियाली अमावस्या पर एक लाख टूरिस्ट आने का अनुमान हरियाली अमावस्या पर 4 अगस्त को मेनाल, जोगणिया माता, झरिया महादेव आदि पर्यटन व धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ रहेगी। करीब 150 फीट ऊंचाई से गिरते झरने व प्राचीन मंदिरों को देखने के लिए करीब 1 लाख लोगों के मेनाल पहुंचने की संभावना है। सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर बेगूं एसडीएम मनस्वी नरेश ने अधिकारियों की बैठक ली। 30 पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाने व वन विभाग के कर्मचारियों को नियमित गश्त करने के निर्देश दिए।