राजस्थान में सबसे ज्यादा गर्मी श्रीगंगानगर में पड़ रही है। लगातार पांचवें दिन यहां प्रदेश का सबसे अधिक तापमान रिकॉर्ड हुआ। दोपहर 12 बजे तक पारा 42 डिग्री पार कर गया। दिन चढ़ने के साथ इसके 45 से 46 डिग्री तक पहुंचने की संभावना जताई गई। बीते चार दिन से श्रीगंगानगर प्रदेश का सबसे गर्म जिला बना हुआ है। सुबह से ही सूरज की तेज किरणें लोगों को झुलसा रही हैं। लू का असर बढ़ने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। रात का तापमान भी 31 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है। इससे लोगों को रात में भी राहत नहीं मिल रही। दिनभर तेज धूप के कारण सड़कें तपने लगीं। बाजारों में सन्नाटा छाया रहा। गोल बाजार, पुरानी आबादी, सुखाड़िया सर्कल और जवाहरनगर जैसे इलाकों में दुकानों पर भीड़ नहीं दिखी। दोपहर में ग्राहक न के बराबर रहे। नेशनल हाइवे 62 सहित अन्य सड़कों पर भी आवाजाही कम रही। गर्मी बढ़ने से ठंडे पेय पदार्थों की बिक्री में तेजी आई है। छाछ, लस्सी, जलजीरा, आइसक्रीम और ठंडे पेय की दुकानों पर भीड़ देखी गई। लोग दिन में तेज गर्मी से बचने को तरल पदार्थों का सेवन कर रहे हैं। चिकित्सकों ने लू से बचाव के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है। शरीर को ढककर बाहर निकलने, धूप में कम समय बिताने और पानी व नींबू पानी पीते रहने की बात कही है। नौतपा 25 से ज्योतिषी भंवरलाल शर्मा ने बताया कि 25 मई से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इसके साथ नौतपा की शुरुआत होगी। इस दौरान सूर्य की तपिश सबसे अधिक होती है। तापमान तेजी से बढ़ता है और उमस भी महसूस होती है। श्रीगंगानगर में गर्मी का यह दौर अभी थमता नहीं दिख रहा। आने वाले दिनों में तापमान और लू के असर से हालात और बिगड़ सकते हैं। जिला मुख्यालय पर लगातार तापमान का शिखर पर रहना इस बात का संकेत है कि फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं है।