वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधान पीठ श्रीनाथजी मंदिर नाथद्वारा में शुक्रवार को श्रीजी प्रभु की उष्ण काल की सेवा के तहत नाव मनोरथ किया। इस अवसर पर श्रीनाथजी मंदिर के मोतीमहल चौक में नवनीत प्रियाजी को नाव में विराजित किया गया और जलकुंड के बीच प्रभु के अलौकिक और अद्भुत दर्शन हुए। श्रीजी रस कथा के कथावाचक राधाकृष्ण महाराज ने भी प्रभु के दर्शनों का लाभ लिया। मंदिर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार को श्रीनाथजी मंदिर में सावन भादो का मनोरथ पूरा किया जाएगा, जहां मंदिर में रिमझिम फुहारों के बीच श्रद्धालुओं को अलौकिक दर्शन कराए जाएंगे। मंदिर में सांयकाल में लाड़ले लाल प्रभु को फूलपत्ती के बंगले में विराजित कर सावन भादो की सुहावनी बारिश का मनोरथ किया जाएगा, जहां दर्शनार्थी बूंदाबांदी के बीच अलौकिक दर्शनों का लाभ ले पाएंगे । इस विशेष मनोरथ के आयोजन पर तिलकायत राकेश महाराज पूरे परिवार के साथ प्रभु सेवा में उपस्थित रहेंगे व युवाचार्य चिरंजीव विशाल बावा अपने हाथों से प्रभु को लाड़ लड़ाएंगे और आरती उतारेंगे। मनोरथ को लेकर मोतीमहल चौक में विशेष तैयारियां की जा रही है, यहां दर्शनार्थियों पर ऊपर से पानी की बौछार के लिए फव्वारे लगाए जाएंगे और जमीन से भी फव्वारे चलाए जाएंगे। दर्शनार्थियों का प्रवेश लक्ष्मीविलास गेट और प्रीतम पोल से होगा, वहीं निकासी मोती महल गेट से की जाएगी।
श्रीनाथजी मंदिर में आज हुए नाव मनोरथ:कल होगा सावन भादो का मनोरथ, बूंदाबांदी के बीच होंगे अलौकिक दर्शन
