भास्कर संवाददाता | श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ रोड स्थित बालाजी धाम के 24वें वार्षिकोत्सव व स्थापना दिवस पर चल रहे राम नाम संकीर्तन में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। बाबा को फलों की सवामणियों का भोग लगाकर भक्तों में लगातार बांटा जा रहा है। इस उपलक्ष्य में गुरुवार को हनुमानजी के श्रद्धालुओं की ओर से ध्वजा यात्रा भी निकाली गई। यह ध्वजा यात्रा श्याम सत्संग भवन से रवाना होकर शाम 7 बजे बालाजी धाम पहुंची। मंदिर प्रबंध समिति के सुभाष टांटिया ने बताया कि इस उत्सव की 12 अप्रैल को शाम 6:15 बजे पूर्णाहुति की जाएगी। वार्षिकोत्सव में 12 अप्रैल को चूरमे की 180 महा सवामणियों का भोग लगाकर लोगों में प्रसाद वितरित किया जाएगा। सवामणियां तैयार करवाई जा रही हैं। चार ग्रुपों में 9-9 लोगों की टीम अखंड राम नाम जाप कर रही है। यह टीमें रोजाना सुबह 4 से 7 बजे तक, सुबह 7 से 10 बजे तक, सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक, दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक जाप कर रही हैं। मंदिर में रोजाना सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक व शाम को 6 से रात 11 बजे तक भंडारा लगाया जा रहा है जिसमें हजारों भक्त भोजन प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। 12 अप्रैल को पूर्णाहुति पर भक्तों की भारी भीड़ होने की संभावना के चलते मंदिर प्रबंध समिति की ओर से व्यवस्थाएं की गई हैं। श्रीगंगानगर| संत शिरोमणि श्रीबालाजी लड्डूवाले गुरुकुल धाम (श्री मेहंदीपुर वाले), श्रीगंगानगर में श्री बालाजी जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। चैत्र माह पूर्णिमा के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे चार दिवसीय श्री बालाजी जन्मोत्सव कार्यक्रम का आगाज श्री बालाजी महाराज जी, श्री भैरों बाबा जी एवं श्री प्रेतराज सरकार जी को सोने का चोला चढ़ाकर किया गया। इसी शृंखला में 11 अप्रैल को सुबह 8:15 बजे अखंड श्रीराम राम जाप प्रारंभ होगा, जिसका 12 अप्रैल को 9:15 बजे समापन होगा। सेवादार मनोहरलाल धींगड़ा ने बताया कि शनिवार को सुबह 9:15 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। इसी दिन सुबह 10:15 बजे पंचमेवा हवन होगा। सुबह 11:30 बजे श्रीबालाजी महाराज को पंचमेवा भोग लगाया जाएगा तथा दोपहर 12 बजे श्रीअन्नपूर्णा भंडारा भोग होगा। इसके साथ-साथ श्री बालाजी जन्मोत्सव पर श्रीबालाजी महाराज को ड्राईफ्रूट का विशेष महाभोग लगाया जाएगा तथा मिल्क केक काटकर श्री बालाजी जन्मोत्सव मनाया जाएगा। श्री बालाजी महाराज के भक्तों द्वारा अन्नपूर्णा भंडारा लगाया जाएगा। सचिव भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक पूर्णिमा पर पंचमेवा यज्ञ, पंचमेवा भोग, छप्पन भोग एवं अन्नपूर्णा भंडारा होता है, जिसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग, युवा श्रद्धालु श्रद्धापूर्वक शामिल होते हैं। शास्त्री ऋषिकुमार गौड़ पुजारी के अनुसार श्रद्धाभाव से आने वाले श्रद्धालुओं के कष्टों का बाबा अवश्य निराकरण करते हैं।