जिंदगी की लंबी पारी खेलनी है तो तंबाकू छोड़ो की थीम पर प्रदेश का एकमात्र सरकारी डेंटल कॉलेज के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग के अधीन संचालित तंबाकू निषेध केन्द्र (टीसीसी) में नई पहल की है। आरयूएचएस कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज में आने वाले दो माह में बीड़ी, सिगरेट पीने वाले और तंबाकू का सेवन करने वालों का सच-झूठ पकड़ा जा सकेगा। बीड़ी-सिगरेट पीने वालों की जांच के लिए ‘ब्रेथ एनालाइजर’ व सांसों में तंबाकू (निकोटीन) की मात्रा की जांच के लिए ‘कार्बन मोनो आक्साइड’ नामक उपकरण खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दोनों उपकरणों से जांच व मॉनिटरिंग करना आसान हो जाएगा। तंबाकू का सेवन करने वाले का डॉक्टर को दिखाने पर किसी भी तरह का संदेह होने पर ओरल पैथोलॉजी विभाग में सैपंल लेकर बायोप्सी जांच भी करवाया जाना भी प्रस्तावित है। तंबाकू का सेवन करने वाले की लत के लेवल का पता भी चल सकेगा और उसे सावधान रहने के लिए सचेत किया जाए। (भास्कर एक्सपर्ट पैनल डॉ. संकल्प मित्तल, डॉ. अभिषेक शर्मा, डॉ. अनुपमा गौड़) आरयूएचएस कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज के प्राचार्य डॉ. विनय कुमार ने बताया- तंबाकू का सेवन करने वालों का दवाओं के जरिए इलाज के लिए नोडल एजेन्सी व राज्य सरकार को पत्र लिखा है और दो नए आधुनिक उपकरण खरीदने की प्रक्रिया जारी है।