जयपुर में पिछले दिनों हुई बारिश शहरवासियों के लिए आफत बन गई है। डिप्टी सीएम दीया कुमारी के विधानसभा क्षेत्र विद्याधर नगर के वार्ड नंबर 37 में रहने वाले लोग अपने घरों में कैद हो चुके हैं। इसके पीछे कारण इस इलाके में नाले, सीवरेज और बड़े-बड़े गड्ढे हैं। जगह-जगह सड़कें टूटी होने की वजह से लोग घर से निकल तक नहीं पा रहे हैं। अब हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि इन सभी समस्याओं के बीच पानी और बिजली की लाइन भी टूट चुकी है। ऐसे में पीने का पानी भी नहीं आ रहा है। परेशान होकर स्थानीय विधायक दीया कुमारी और सरकार के खिलाफ अनशन की चेतावनी दे डाली है। लोगों का कहना है कि अब सीवरेज के पानी में बैठकर आमरण अनशन करेंगे। उपमुख्यमंत्री के घर ले जाएंगे सीवरेज का पानी
स्थानीय निवासी अजय पाल सिंह ने कहा कि इस सीवरेज के पानी की बदबू और कॉलोनी की टूटी सड़कें आम जनता को परेशान कर रही हैं। शासन और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। ऐसे में हमने फैसला किया है कि हम यहां के सीवरेज का गंदा पानी भरकर डिप्टी सीएम दीया कुमार के घर लेकर जाएंगे ताकि उन्हें भी पता चले कि हमारी कॉलोनी के लोग किस तरह 7 दिन से अपना जीवन बदबू में बिताने को मजबूर हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि 5 दिन तक हम सभी चुपचाप इस समस्या के समाधान का इंतजार कर रहे थे। जब 7 दिन बीत जाने के बाद भी राहत नहीं मिली तो हमने अधिकारियों को जल्द काम पूरा करने के लिए कहा। इस पर उन्होंने काम करने की जगह हमारे खिलाफ ही पुलिस में शिकायत कर डराना-धमकाना शुरू कर दिया। लोगों का कहना है कि यहां की जनता खून के आंसू रोने को मजबूर हो गई है, इसलिए अब हम यहां का गंदा पानी लेकर हमारे विधायक के पास जाएंगे। ताकि उन्हें भी हमारी पीड़ा समझ में आए। पीने का पानी तक नहीं
स्थानीय निवासी आदेश कुमार दीक्षित का कहना है कि काॅलोनी के लोग पिछले सात दिन से परेशान हैं। इसके बाद भी स्थानीय पार्षद और विधायक ने यहां के लोगों की सुध नहीं ली। बुधवार को तो पानी की पाइप लाइन भी टूट गई थी। ऐसे में अब घरों में पीने, नहाने और फ्रेश होने तक के लिया पानी नहीं है। वहीं बिजली की लाइन टूटने से अब लाइट भी कुछ-कुछ देर में बंद हो रही है। वहीं दूसरी ओर जो काम होना चाहिए था, वह नहीं हो रहा है। ठेकेदार मनमर्जी करते हैं, अधिकारी मौके पर तैनात नहीं रहते हैं। इससे परेशान होकर अब हम सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे। बच्चे बीमार हो गए, उन्हें किराए के घर में रखना पड़ रहा है
स्थानीय निवासी निर्मला ने बताया कि घर के बाहर पहले सीवरेज के पानी से मेरा पोता बीमार हो गया। डॉक्टर ने कहा उसे इस गंदगी में मत रखो वरना और ज्यादा बीमार हो जाएगा। ऐसे में खुद का घर होने के बाद भी परिवार के लोगों को दूसरी जगह किराया का घर लेकर रहना पड़ रहा है। बदबू इतनी है कि घर से बाहर तक नहीं निकल पा रहे हैं। यहां तक कि घर से बाहर न राशन लेने जा सकते हैं, न दूध और सब्जी जैसे रोजमर्रा के समान ला सकते है। पूरी कॉलोनी खुद के घरों में कैद होकर रह गए हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई तक नहीं हो रही है। सीवरेज के पानी में बैठ करेंगे आमरण अनशन
स्थानीय निवासी जितेंद्र कुमावत ने कहा कि हम पिछले 7 दिनों से गांधीवादी तरीके से अपनी समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं। स्थानीय नेताओं के साथ सरकार के आला अधिकारी आंखें बंद कर बैठे हुए हैं, जिससे हम लोग परेशान हो चुके हैं। ऐसे में अगर अगले 24 घंटे में हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो पूरी कॉलोनी सीवरेज और नाले के गांधी पानी में बैठकर आमरण अनशन करेगी, जिसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। बता दें कि पिछले शुक्रवार विद्याधर नगर विधानसभा के वार्ड 37 की शिवपुरी ए कॉलोनी में सड़क धस गई थी। इसके कुछ ही देर बाद सड़क में 22 फीट गहरा और 18 फीट चौड़ा गड्ढा हो गया था। नगर निगम के अधिकारियों ने जब इस गड्ढे को दुरुस्त करने की कोशिश की। तब पता चला कि सीवरेज लाइन चौक होने की वजह से यह गड्ढा हुआ है, लेकिन 7 दिन से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बावजूद अब तक नगर निगम प्रशासन इस गड्ढे को दुरुस्त नहीं कर पाया है। निगम के अधिकारियों के अनुसार आम जनता की लापरवाही की वजह से यह गड्ढा हुआ है। जल्द ही इसे दुरुस्त किया जाएगा।