जिला कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने कलेक्ट्रेट सभागार में ‘सफर बांसवाड़ा’ मोबाइल ऐप का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा- जिले की सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर को देश-दुनिया के पर्यटकों तक पहुंचाना जरूरी है, जिससे बांसवाड़ा पर्यटन का हब बन सके। यह ऐप जीआईएस तकनीक आधारित वेब मैप ऐप्लिकेशन है, जिसे महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के शोधार्थी विरांच दवे और जयपुर पुलिस मुख्यालय में जनसंपर्क के अतिरिक्त निदेशक डॉ. कमलेश शर्मा ने तैयार किया है। ज्यादा से ज्यादा फोटो जोड़ें कलेक्टर यादव ने कहा कि ऐप को और आकर्षक बनाने के लिए इसमें अधिक फोटो-वीडियो जोड़े जाएं और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, होटल व ट्रैवल एजेंट्स के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाए। इस अवसर पर डॉ. शर्मा व दवे ने एप की कार्यप्रणाली समझाई। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रितिक ने एप के प्रचार में सहयोग का भरोसा दिलाया। जीआईएस तकनीक से पर्यटन सर्किट का निर्माण शोधार्थी विरांच दवे ने जिले के पर्यटन स्थलों को दो मुख्य सर्किट- माही नदी सर्किट और धार्मिक-ऐतिहासिक सर्किट में वर्गीकृत किया है। माही सर्किट में कडेलिया वॉटरफॉल, चाचाकोटा, माही डेम, जगमेरू हिल व कागदी पिकनिक स्पॉट को जोड़ा गया है। धार्मिक-ऐतिहासिक सर्किट में त्रिपुरा सुंदरी, रामकुंड, अरथूना, तलवाड़ा, भीमकुंड, मानगढ़, नंदनी माता मंदिर जैसे स्थलों को शामिल किया गया है। 29 पर्यटन स्थलों की जानकारी इस ऐप में बांसवाड़ा के 29 पर्यटन स्थलों को जोड़ा गया है, जिनमें कर्क रेखा से संबंधित विशेष स्थान भी शामिल हैं। उपयोगकर्ता क्यूआर कोड स्कैन कर अपने मोबाइल पर ऐप इंस्टॉल कर सकते हैं। और जिले के प्रमुख दर्शनीय स्थलों की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इस ऐप के जरिए बांसवाड़ा का अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन महत्व के स्थान अब देश-दुनिया के पर्यटकों की पहुंच में होंगे।