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समोसा और जलेबी जैसे स्नेक्स पर मिलेगा हेल्थ अलर्ट:कैंटीन में ‘तेल और शक्कर चेतावनी बोर्ड’ लगाने होंगे, इस पर शुगर-कैलोरी की जानकारी होगी

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अब समोसा, जलेबी, लड्डू और वड़ा पाव जैसी खाने की चीजों में कितनी शुगर और कैलोरी है, इसकी जानकारी ‘तेल और शक्कर चेतावनी बोर्ड’ के जरिए देनी होगी। भारत में बढ़ती मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों को देखते हुए ये कदम उठाया है। हालांकि ये नियम सिर्फ सेंट्रल इंस्टीट्यूट जैसे AIIMS और IIT सहित अन्य इंस्टीट्यूट की कैंटीन्स पर लागू होगा। यहां 6 सवाल-जबाव में जानें पूरी डिटेल… सवाल 1: समोसा और जलेबी का ये नियम क्या है?
जवाब: भारत सरकार का स्वास्थ्य मंत्रालय अब समोसा, जलेबी, लड्डू और वड़ा पाव जैसी खाने की चीजों को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानते हुए इन पर चेतावनी देनी होगी। इसके लिए केंद्रीय संस्थानों में ‘तेल और शक्कर चेतावनी बोर्ड’ लगाने के निर्देश दिए गए हैं। सवाल 2: ये ‘तेल और शक्कर चेतावनी बोर्ड’ क्या हैं?
जवाब: ये बोर्ड सेंट्रल इंस्टीट्यूट की कैंटीन और वहां की सार्वजनिक जगहों पर लगाए जाएंगे। इन पर समोसा, जलेबी, पकोड़ा, लड्डू जैसे नाश्तों में मौजूद तेल और चीनी की मात्रा की जानकारी दी जाएगी। उदाहरण के लिए, यह बताया जा सकता है कि एक गुलाब जामुन में पांच चम्मच चीनी होती है। इसका मकसद लोगों को जंक फूड के स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जागरूक करना है। सवाल 3: सरकार ऐसा क्यों कर रही है?
जवाब: भारत में मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के दस्तावेज बताते हैं कि 2050 तक भारत में 44.9 करोड़ लोग मोटापे या अधिक वजन से प्रभावित हो सकते हैं। खराब खानपान और कम शारीरिक गतिविधि इसके मुख्य कारण हैं। इसलिए सरकार जंक फूड को सिगरेट की तरह खतरनाक मानकर लोगों को सतर्क करना चाहती है। सवाल 4: क्या ये चेतावनी सिगरेट की तरह ही होंगी?
जवाब: हां, सरकार का मकसद जंक फूड को सिगरेट जैसे स्वास्थ्य जोखिमों की श्रेणी में रखना है। जैसे सिगरेट के पैकेट पर “धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है” लिखा होता है, वैसे ही इन बोर्ड्स पर नाश्तों के खतरे बताए जाएंगे। हालांकि, ये चेतावनियां अभी पैकेजिंग पर नहीं, बल्कि कैंटीन और सार्वजनिक जगहों पर पोस्टर के रूप में दिखेंगी। सवाल 5: ये नियम कहां-कहां लागू होंगे?
जवाब: स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी केंद्रीय संस्थानों, जैसे AIIMS नागपुर, को इन बोर्ड्स को लगाने का आदेश दिया है। ये बोर्ड कैंटीन, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर दिखाई देंगे। दिल्ली में भी जंक फूड पर सिगरेट जैसी चेतावनी लगाने की तैयारी है। सवाल 6: ये नियम कब से लागू होंगे?
जवाब: AIIMS नागपुर जैसे संस्थानों ने इस निर्देश को लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही कैफे और सार्वजनिक जगहों पर ये बोर्ड दिखने लगेंगे। हालांकि, सटीक तारीख की जानकारी अभी नहीं दी गई है।

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