सीकर के खंडेला इलाके में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। दोस्त और उसके पति ने ही युवती को झांसे में लिया और उससे 2.20 लाख रुपए ऐंठ लिए। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है। खंडेला इलाके की रहने वाली संतोष ने पुलिस में रिपोर्ट देकर बताया है कि वह सरकारी कॉलेज में पढ़ती थी। इसी दौरान उसकी दोस्ती निकिता चौधरी से हो गई। निकिता से दोस्ती होने के चलते संतोष की पहचान निकिता की मौसी सुषमा देवी से हो गई। ग्रेजुएट होने के बाद संतोष सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रही थी। साल 2021 से 22 के बीच ICAR से टेक्निकल T1 के पद पर भर्ती निकली। उस दौरान निकिता ने संतोष को कहा कि मेरे पति धर्मेद्र चौधरी की सरकारी महकमों में अच्छी जान पहचान है। जिस पद के लिए तुमने आवेदन किया है। उस पर आपका सिलेक्शन निश्चित रूप से होगा। इसके लिए मेरे पति को कुछ पैसा देना होगा। निकिता ने यह बात अपने घर पर बताई। इसके बाद निकिता और उसका पति धर्मेंद्र, निकिता की मौसी सुषमा भी उनके घर पर आई। यहां निकिता और उसके पति धर्मेद्र ने 5 लाख रुपए मांगे। जिन्होंने कहा कि आधे रुपए सिलेक्शन से पहले देने पड़ेंगे। निकिता की मौसी और निकिता ने संतोष के घरवालों को विश्वास दिलाया कि आपके पैसे सुरक्षित हैं हमारी गारंटी है। लेकिन संतोष के पिता ने कहा कि हम गरीब आदमी है। यदि आप बेटी का सिलेक्शन करवा दोगे तो सारा पैसा चुका देंगे। उस दिन तो निकिता और बाकी लोग वहां से चले गए। लेकिन बाद में दबाव डालकर 2.20 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। लेकिन जब परीक्षा का रिजल्ट आया तो उसमें संतोष का सिलेक्शन नहीं हुआ। इसके बाद पैसे नहीं लौटाए। लेकिन संतोष के परिवार वाले पीछे लग रहे तो निकिता और धर्मेंद्र 50 रुपए का एक स्टांप लेकर आए और कहा कि सितंबर महीने में पैसे लौटा देंगे। लेकिन उसके बाद भी पैसे नहीं लौटाए। दोनों ने स्टांप भी गलत बनवाया हुआ था। फिलहाल अब खंडेला पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सरकारी नौकरी के नाम पर 2.20 लाख ठगे:दोस्त और उसके पति ने झांसे में लिया, अब पैसे भी नहीं लौटा रहे
