सिंगर आदित्य नारायण ने दिलजीत दोसांझ और उनकी फिल्म ‘सरदार जी 3’ के चल रहे विवाद पर अपनी राय दी है। आदित्य ने कहा कि भारत एक सहनशील देश है, लेकिन इसकी भी एक सीमा होती है। न्यूज18 से बात करते हुए आदित्य ने कहा, “मुझे नहीं पता मैं क्या कहूं या ना कहूं। मैं देशभक्त हूं। मेरे लिए हमेशा देश पहले है। सामने वाला देश (पाकिस्तान)… ये उनकी आदत है (आतंकवाद को समर्थन देने की)। हम भारतीय प्यार और एकता का संदेश फैलाते हैं। हम वसुधैव कुटुंबकम् में भरोसा करते हैं, लेकिन हम कब तक सहन करें? जो गलत है वो गलत है। समय सही नहीं है। अत्याचार हर भारतीय के दिमाग में ताजा हैं।” आदित्य ने आगे कहा, “हमेशा कोशिश की कि दोनों देशों को करीब लाएं, चाहे खेल हो, म्यूजिक या फिल्म। पर सामने वाले की भी जिम्मेदारी होती है। ताली दोनों हाथ से बजती है। अब वक्त है कि हम देश के लिए स्टैंड लें। बहुत हो गया। थोड़ा सा सामने वाले से प्यार मिले तो हम सोचें। अब हमें भी प्यार चाहिए।” आदित्य बोले- रिश्ते कभी अच्छे ही नहीं थे
आदित्य ने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि दिलजीत दोसांझ का फैसला सही है या गलत। उन्होंने कहा, “जब इसकी कास्टिंग हुई होगी तब रिश्ते इतने खराब नहीं थे, लेकिन अगर देखें तो रिश्ते कभी अच्छे थे ही नहीं। हालात जटिल हैं, लेकिन देश पहले है। यही मेरा देश है। यही मेरी धरती है।” आदित्य बोले- मैं देश को पहले रखता और उम्मीद नहीं करता
जब आदित्य से पूछा गया अगर वो दिलजीत की जगह होते, तो क्या करते? तो आदित्य बोले, “मैं देश को पहले रखता। मैं किसी से कुछ उम्मीद नहीं करता। मैं उनके काम पर कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन अगर मैं होता तो देश पहले रखता। हर भारतीय ऐसा करेगा। हम इंडिया से प्यार करते हैं। इंडिया में रहने वाले लोग इंडिया से प्यार करते हैं। इंडिया में ना रहने वाले भी इंडिया से प्यार करते हैं। हमारा देश इतना प्यारा है, हमारे साथ ऐसा क्यों किया जाता है?” आदित्य ने आगे ये भी कहा, “बस सुधार कीजिए। ये बहुत सेंसिटिव टॉपिक है। हर बात इंटरनेट पर ट्रोल होती है, लेकिन यही मेरी सोच है। हम हमेशा मेहमान नवाज और सहयोगी रहे हैं। अभी भी हैं। प्यार हमारा संदेश है, लेकिन सहनशीलता की भी सीमा है।”
