सांख्यिकीविद प्रोफेसर पी.सी. महालनोबिस की जयंती के उपलक्ष्य में सांख्यिकी दिवस समारोह मनाया गया। प्रोग्राम में आर्थिक एवं सांख्यिकी प्रदर्शन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 11 ब्लॉक स्तरीय कर्मचारियों सहित कुल 15 कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के 75 वर्ष विषय पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरी और अध्यक्ष विधायक राजेन्द्र भांबू ने की। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजय कुमार आर्य विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसके बाद सांख्यिकी विभाग द्वारा जिले में किए गए कार्यों और उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई। प्रो. महालनोबिस के योगदान पर चर्चा उपनिदेशक पूनम कटेवा ने बताया कि सांख्यिकी दिवस का मुख्य उद्देश्य प्रो. महालनोबिस के सामाजिक-आर्थिक नियोजन एवं सांख्यिकीय प्रणाली में दिए गए अमूल्य योगदान को याद करना है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष का थीम राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के 75 वर्ष रखा गया था, जिस पर आधारित कई महत्वपूर्ण व्याख्यान और प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यशाला में सांख्यिकी विभाग की विभिन्न गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिससे प्रतिभागियों को सांख्यिकी के महत्व और अनुप्रयोगों को समझने में मदद मिली। महत्वपूर्ण प्रकाशनों का विमोचन इस अवसर पर झुंझुनूं एक दृष्टि में नामक फोल्डर और सतत विकास लक्ष्य 2025 पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इन प्रकाशनों में जिले की सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य और अन्य विकासात्मक सूचनाएं संकलित की गई हैं, जो जिले के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। झुंझुनूं जिले का उत्कृष्ट प्रदर्शन विधायक राजेन्द्र भांबू ने इस अवसर पर झुंझुनूं जिले के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि जिले ने विभिन्न विकास के 17 बिंदुओं पर बेहतरीन प्रदर्शन कर राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय सांख्यिकी विभाग के सतत और प्रभावी कार्य को दिया। भांबू ने जोर देकर कहा कि प्रो. महालनोबिस द्वारा शुरू की गई योजनागत सांख्यिकी का महत्व आज भी उतना ही प्रासंगिक है और नीति निर्माण में इसकी उपयोगिता बनी हुई है। डेटा आधारित विकास पर जोर जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरी ने विभाग की सराहना करते हुए कहा कि डेटा आधारित विकास की दिशा में झुंझुनूं ने उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने महिला स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास में आंकड़ों की भूमिका को रेखांकित करते हुए विभाग को भविष्य में और अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की सलाह दी। यह कार्यशाला सांख्यिकी के महत्व और जिले के विकास में इसके योगदान को उजागर करने में सफल रही।