दिशा समिति की बैठक में जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी ने कहा- जल जीवन मिशन योजना का पहले ही बिल्कुल भट्टा बैठा हुआ है, हमें पता है फेल हो गया। अब तो इसको कैसे भी करके सुधारो। पानी चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी, इसके लिए कोई शिकायत नहीं करेगा। JEN और AEN समेत अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई करो। तब ही जिले के हर घर तक पहुंचा पाओगे। मामला बुधवार का जालोर जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित दिशा समिति की बैठक का है। विधायक बोले- नर्मदा स्कीम को गड्ढे में डाला बैठक में मौजूद रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने आरोप लगाते हुए कहा- ईआर प्रोजेक्ट में जितना काम स्वीकृत है। उतना होने के बाद भी पानी नहीं आता है, तो वह फिर टेक्निकल मिस्टेक हुई है। जिसे जेसीबी से पाइप डालने काम दिया है, उसने पूरी नर्मदा स्कीम को गड्ढे में डाल दिया है। विधायक ने कहा- मैं अभी की बात नहीं कर रहा हूं। पिछली कांग्रेस सरकार में भी हुआ है। उसी समय से मॉनिटरिंग नहीं हुई और यहां आते-आते स्कीम के भट्टे बैठा दिए। इसके बाद उन्होंने कलेक्टर से कहा कि हकीकत यह है कि गांव के प्रभावशाली व्यक्ति को काम दे दिया। जिसके बाद उन्होंने गड्ढे खोदे और लाइन बिछाने का काम किया। उस दौरान कोई मॉनिटरिंग करने वाला नहीं था। उन्होंने अपनी मनमर्जी से लाइन बिछा दी। अधिकारी बोले- ग्रामीण छेद कर पानी निकाल रहे इसके बाद जल जीवन मिशन के अधिकारियों ने कहा कि पानी की समस्या पर दिखवा लेते हैं। अगर पानी नहीं जा रहा है, तो कुछ ना कुछ लाइन के साथ खुराफात हुई है। योजना के तहत पाइप लाइन खेतों और ग्रामीण क्षेत्र की गलियों से निकली हुई हैं। ऐसे में लोग सरिए को गरम कर पाइप में छेद कर पानी निकाल देते हैं। एक-एक आदमी के खिलाफ कार्रवाई में टाइम लगता है। इस पर कलेक्टर ने कहा कि ऐसा कोई मामला आता है गांव में एक दो लोगों पर मामला दर्ज कराओ तो अपने आप सब ठीक हो जाएगा। जेईएन-एईएन पर कार्रवाई करो इस पर सांसद ने कहा- पानी की चोरी करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करनी पड़ेगी। आपकी कोई सिफारिश नहीं करेगा। जिस गांव में पानी चोरों के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं, वहां सुधार हुए हैं। आप के जेईएन व एईएन पर दबाव दो और कार्रवाई नहीं करते हैं तो जब चोरी पकड़ी जाए तो जेईएन और एईएन सहित अधिकारियों पर भी कार्रवाई करो। इस पर SE लछुराम ने कहा- स्थानीय थानेदार और पुलिस काम को बहुत ढीले तरीके से करते हैं और समय पर मौके पर नहीं पहुंचते। जिससे कार्रवाई करने में दिक्कत आती है। CMHO से बोले- आपके डॉक्टर अस्पताल में नहीं रहते सांसद ने चिकित्सा व्यवस्था के मामले में भी नाराजगी जाहिर की। सीएमएचओ भैराराम जाणी से कहा कि आप के कई सीएचसी में डॉक्टर 5-7 दिन तक मौजूद नहीं रहते हैं। मैंने कई बार जाकर गैरहाजिरी लगाई है। जिस पर सीएमएचओ ने कहा कि जिले में केवल 78 पद पर डॉक्टर कार्यरत हैं, 129 पद खाली पड़े हैं। विधायक ने भी निजी क्लिनिक पर बुलाने का आरोप लगाया।

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