जोधपुर में साइबर ठगी के रुपयों को ठिकाने लगाने वाले दो बदमाशों को पकड़ा गया है। विवेक विहार थाना पुलिस की गिरफ्त में दो बदमाशों के कब्जे से एक बिना नंबर की फॉर्च्यूनर कार, अलग-अलग बैंकों के 24 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, कई चेक बुक, चार मोबाइल फोन और एक स्कैनर भी बरामद किया है। डीसीपी (वेस्ट) राजर्षि राज वर्मा ने बताया- 8 जून को डीएसटी पश्चिम को एक अहम सूचना मिली थी। इस आधार पर विवेक विहार थानाधिकारी दिलीप खदाव की टीम ने नाकाबंदी कर एक सफेद रंग की बिना नंबरी फॉर्च्यूनर गाड़ी को रोका। कार में सवार दो युवकों जोधपुर ग्रामीण के चामू थानांतर्गत प्रहलादपुरा निवासी ओमप्रकाश सेंवर (25) पुत्र मोमताराम जाट और पंकज सेंवर (19) पुत्र राजकुमार जाट को पकड़ा गया। सरगना भूराराम के साथी, चार साल से कर रहे फ्रॉड का पैसा इधर-उधर पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी साइबर ठगी गैंग का मुख्य सरगना ओसियां थानांतर्गत खाबड़ा खुर्द निवासी भूराराम पुत्र करनाराम व अन्य के संपर्क में आकर करीब चार सालों से साइबर ठगी के पैसों को ठिकाने लगाने का काम कर रहे थे। ये आरोपी विभिन्न लोगों की आईडी और बैंक खाते किराए पर लेकर, ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से ठगी की गई राशि अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर, डेबिट कार्ड से नकद निकालते और खुद का कमीशन काटकर मुख्य सरगना भूराराम बेनीवाल को सौंप देते थे। शातिर ठगी की राशि से करते थे क्रिप्टो करेंसी की खरीद-फरोख्त पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से बिना नंबर की फॉर्च्यूनर, विभिन्न बैंकों के 24 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, कई चेक बुक, चार मोबाइल फोन और एक स्कैनर बरामद किया है। आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे ठगी की राशि से यूएसडीटी (क्रिप्टोकरेंसी) की खरीद-फरोख्त भी करते थे और ऑनलाइन गेम्स में पैसे लगाकर झूठे क्लेम के जरिए किराये के खातों में रकम ट्रांसफर करते थे। इन बदमाशों द्वारा अब तक तकरीबन दो करोड़ रुपये के बैक ट्रांजेक्शन करने का पता चला है। गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों की तलाश जारी पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड लिया है। इनसे पूछताछ कर गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाने के साथ ही फ्रॉड की राशि को इधर-उधर करने की कड़ियों को भी जोड़ने की कवायद की जा रही है। कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम में थानाधिकारी दिलीप खदाव के साथ हैडकानि गणेश, प्रेम चौधरी (साइबर सैल पश्चिम), ओमाराम, कांस्टेबल दल्लाराम, दीनदयाल, श्रवण खोजा, रामचरण, ओमप्रकाश और नोरताराम शामिल रहे।
साइबर ठगी के रुपए ठिकाने लगाने वाले दो बदमाश गिरफ्तार:किराए के खातों में 2 करोड़ का किया था ट्रांजैक्शन, बिना नंबर की कार बरामद
