उदयपुरवाटी। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रंजीत गोदारा ने गुरुवार को पंचायत समिति की साधारण सभा बैठक के दौरान उपखंड अधिकारी (एसडीओ) सुमन सोनल को समय पर नहीं पहुंचने पर कड़ी फटकार लगाई। बैठक में विधायक भगवानराम सैनी की मौजूदगी और प्रधान माया गुर्जर की अध्यक्षता रही। सीईओ गोदारा ने कहा- पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक अदालत से भी अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने एसडीओ के कोर्ट में व्यस्त होने के कारण पर असंतोष जताते हुए कहा, “मैं खुद आठ वर्षों तक एसडीओ रहा हूँ और मुझे अनुभव है कि ऐसी बैठकों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ये बैठक कोर्ट से ज्यादा महत्वपूर्ण है” पेयजल संकट मुख्य मुद्दा बना बैठक में जनप्रतिनिधियों ने पेयजल संकट को लेकर जमकर नाराजगी जाहिर की। सीईओ गोदारा ने एसडीओ को तुरंत प्रभाव से टैंकर आपूर्ति शुरू करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बीडीओ से अनुपस्थित अधिकारियों की सूची मांगते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई के संकेत भी दिए। सीईओ ने अधिकारियों को मोबाइल साइलेंट मोड में रखने की सख्त हिदायत दी और जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर तुरंत कॉल रिसीव करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि फोन नहीं उठाने वाले अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। पीएचईडी अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप साधारण सभा में पीएचईडी विभाग की कार्यप्रणाली पर सबसे अधिक सवाल उठे। अधिकांश जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि विभाग के एईएन अनूप अग्रवाल और जेईएन शिकायतों पर फोन तक नहीं उठाते। पापड़ा के सरपंच प्रतिनिधि ने दो ट्यूबवेल जानबूझकर बंद कराने और घटिया केबल डालने का आरोप लगाया, जिससे मोटर जल्दी जल जाती है। जैतपुरा के सरपंच पूर्णमल ने बताया कि पीएचईडी अधिकारी मोटर खराब होने पर कहते हैं कि “ठीक करवा लो, भुगतान करवा देंगे”, लेकिन कई मामलों में भुगतान दो-तीन वर्षों से लंबित है। सरपंच संजय नेहरा ने आरोप लगाया कि कुछ पंचायतों को नियमों को ताक पर रखकर बजट दे दिया जाता है, जबकि कई पंचायतों को एक रुपये तक का बजट नहीं मिला। उन्होंने कहा कि पंचायतों का वार्षिक निरीक्षण 22 माह से लंबित है। बामलास के सरपंच एडवोकेट जयपाल सिंह ने सभी पंचायतों को पेयजल समाधान हेतु पांच-पांच लाख रुपये बजट देने की मांग की। अन्य मांगें और सुझाव- इस अवसर पर नायब तहसीलदार नीरज वर्मा, बीडीओ राजेश कुमार, विद्युत निगम के एईएन मनफूल महरिया, गुड़ा एईएन धर्मपाल वर्मा, पीडब्लूडी एईएन संदीप महला, सीडीपीओ मुकेश शर्मा, सहायक विकास अधिकारी दयानंद गढ़वाल, पंचायत समिति सदस्य रामसिंह खेदड़, पवन वर्मा मंडावरा सहित कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।