शनिवार सुबह करीब 5:30 बजे सारस चौराहे पर दर्दनाक सड़क हादसे में बच्चों से मिलने आए दंपती की मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि तेज रफ्तार टैंकर की चपेट में आए बाइक सवार पति-पत्नी सड़क पर काफी दूर तक घिसटते चले गए। हादसे के बाद टैंकर चालक फरार हो गया। मृतकों की पहचान नेत्रपाल (36) और उनकी पत्नी कमलेश उर्फ कृपा (32) निवासी हेलक के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि दंपती अपने तीन बच्चों से मिलने भरतपुर आए थे, जो यहां पुलिस लाइन इलाके में अपने मामा के पास रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। मामा पुलिस में है और बयाना थाने में तैनात है। हेलक निवासी नेत्रपाल अपनी पत्नी के साथ बाइक से पुलिस लाइन की तरफ होते हुए सारस चौराहा पार कर रहे थे। इसी बीच गुजरात से कानपुर जा रहे टैंकर ने बाइक को टक्कर मार दी। इसके बाद दपंती चौराहे पर लगे डिवाइडर से जा टकराए। घटना के बाद कुछ ही दूरी पर टैंकर को खड़ा करके फरार हो गया। सारस चौकी इंचार्ज एएसआई राधा किशन ने बताया कि नेत्रपाल हेलक गांव में ही खेतीबाड़ी करता था। उसके तीनों बच्चे बेटी निधि (19), नेहा (18) और बेटा दुर्गेश (15) भरतपुर में पढ़ाई कर रहे थे। माता पिता उन्हीं से मिलने लिए आए थे। शनिवार को वापस गांव लौट रहे थे। बेटी निधि बीएसटीसी कर रही है, नेहा ने एसटीसी किया है और दुर्गेश 12वीं में पढ़ता है। हाइवे का खतरनाक कट: यहीं से रोज शहर में एंट्री करते हैं 15 हजार वाहन सारस चौराहे से हर दिन करीब 15 हजार वाहन शहर में आते-जाते हैं। 2021 से 2025 तक यहां 28 सड़क हादसे हुए हैं। इनमें 11 लोग अपनी जान गवां चुके हैं, जबकि 11 गंभीर रूप से घायल हुए, जिनको अपना एक अंग गंवाना पड़ा, जबकि 19 मामूली रूप से घायल हुए हैं। आज के हादसे को शामिल करने पर कुल 13 मौत हो चुकी हैं। पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य और हाइवे के अफसरों की मानें तो जान गंवाने वालों में सबसे ज्यादा बाइक सवार शामिल हैं। आईआरडीए प्रभारी सौरभ शर्मा ने बताया कि ये वे हादसे हैं जिनकी एफआईआर दर्ज होती है। इनके अलावा होने वाले छोटे हादसों को शामिल किया जाए तो संख्या दोगुनी से अधिक पहुंच जाएगी। दोपहर में डिवाइडर पर चढ़ा ट्रैक्टर, शाम को बस ने गाडी को टक्कर मारी शनिवार का दिन भरतपुर के लिए हादसों वाला दिन रहा। सुबह डंपर से दंपती की मौत के बाद दोपहर में सारस चौराहे पर ही शराब के नशे में ड्राइवर ने ट्रैक्टर को डिवाइडर पर चढ़ा दिया, जिसे पुलिस ने पकड़ लिया। वहीं शाम को रोडवेज बस ने श्रद्धालुओं से भरी गाड़ी को टक्कर मार दी। पीडीटी बीडी इंदौरा, रिटायर्ड ए. चीफ इंजीनियर हादसों की वजह सिर्फ लापरवाही चौराहे और इसके आस-पास सुरक्षा के जरूरी इंतजाम नहीं किए गए हैं। घना रोड पर होटल, मैरिज होम और रिहायशी इलाका बड़ी संख्या में मौजूद है, जहां प्रतिदिन 10-15 हजार लोगों की आवाजाही है। सारस चौराहा, घना मोड़, वीपीएस पार्क और शीशम तिराहा जैसे इलाकों पर हर समय भारी ट्रैफिक रहता है, जिससे वाहन चालकों को भ्रम की स्थिति का सामना करना पड़ता है। एनएचएआई इंजीनियरों द्वारा सारस चौराहे पर हाईवे का सही ढंग से निर्माण नहीं किया गया।