सावन के दूसरे दिन भी मंगलवार देर रात तक सभी शिवालयों में भीड़भाड़ देखी गई है। भक्त कई घंटे के लाइन में लगकर महादेव के दर्शन का इंतजार करते हुए दिखे। श्री हजारेश्वर महादेव मंदिर में भोलेनाथ को हनुमान जी का रूप दिया गया। वहीं, खड़ेश्वर महादेव मंदिर में भी महादेव का बालाजी के स्वरूप में श्रृंगार किया गया। मंदिर में किया जा रहा है महामृत्युंजय जाप और रुद्राभिषेक पाठ सावन महीना चल रहा है। पूरा महीना महादेव की भक्ति में गुजरने वाला है। भक्त सुबह से ही शिवालयों में पहुंचकर भोलेनाथ के जलाभिषेक करते है और शाम को जब मंदिरों में अलग-अलग कार्यक्रम होते हैं तो उस दौरान देर रात तक भोलेनाथ की भक्ति करते हुए दिखाई देते हैं। पावटा चौक के समीप स्थित श्री हजारेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार को भोलेनाथ को हनुमान जी के स्वरूप में सजाया गया। आचार्य श्रवण सामवेदी ने बताया कि श्री महंत चंद्र भारती जी महाराज के सानिध्य में हजार ईश्वर महादेव मंदिर में भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया गया। शाम को आरती में भोलेनाथ की फूलों से सजावट की गई और उनको हनुमान जी का रूप दिया गया। इसके अलावा मंदिर में 21 ब्राह्मणों द्वारा महामृत्युंजय जाप और रुद्राभिषेक पाठ किया जा रहा है। भांग से महादेव को दिया बालाजी का रूप इसी तरह खड़ेश्वर महादेव मंदिर में भी दूसरे दिन आधे चार किलो भांग से महादेव को बालाजी का रूप दिया गया। शिवलिंग के आसपास फूलों की सजावट की गई। सभी शिवालयों में फूलों से और लाइट से आकर्षक सजावट की गई है। देर रात तक भक्त मंदिर में लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए दिखाई देते हैं।