राजस्थान रोडवेज के सीकर डिपो में गुरुवार को कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों और कथित शोषण के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। रोडवेज संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों कर्मचारियों ने डिपो प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। संघर्ष समिति के नेता अशोक मील ने बताया कि ड्राइवरों से नियम विरुद्ध काम लिया जा रहा है। एक दिन में 450 किलोमीटर से ज्यादा बस चलवाई जा रही है। कर्मचारी 15-16 घंटे लगातार काम करने को मजबूर हैं। यह रोडवेज के ओवरटाइम न कराने के आदेश का खुला उल्लंघन है । प्रमुख मांगें:
– 8 घंटे से अधिक ड्यूटी पर रोक
– आराम का समय निर्धारित करना
– ओवरटाइम नियमों का पालन
– पद के अनुरूप काम का बंटवारा कर्मचारियों का आरोप है कि डिपो प्रशासन उनकी मांगों को अनसुना कर रहा है। प्रदर्शन में एटक, सीटू, इंटक और बीएमएस जैसे प्रमुख कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। समिति ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। डिपो परिसर में पूरे दिन तनावपूर्ण माहौल रहा। संघर्ष समिति ने कहा कि डिपो प्रशासन के साथ होने वाली वार्ता के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।
