जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने सीकर में कैंडल मार्च निकाला। छात्रों ने इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की। कैंडल मार्च जाट बोर्डिंग हाउस से शुरू होकर जिला कलेक्ट्रेट के सामने से होते हुए कल्याण सर्किल पहुंचा। मार्च में सैकड़ों छात्रों ने हिस्सा लिया। छात्रों ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर आतंकवाद विरोधी नारे लगाए। छात्रों के आतंकवाद मुर्दाबाद और भारत माता की जय, जैसे नारों के साथ अपनी आवाज बुलंद की, जो पूरे शहर में गूंज उठी। कल्याण सर्किल पर पहुंचकर छात्रों ने हमले में शहीद हुए निर्दोष लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद आयोजित सभा में कई छात्र नेताओं ने संबोधन दिया। अपने संबोधन में उन्होंने आतंकवाद को मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए इसके खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। छात्र नेता संदीप नेहरा ने कहा- यह हमला न केवल जम्मू-कश्मीर पर बल्कि पूरे देश की शांति और एकता पर प्रहार है। हम छात्र इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और शहीदों के परिवारों के साथ खड़े हैं। एसएफआई के राजू बिजारणियां व संदीप हुड्डा ने कहा- आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। हम सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। सभा में उपस्थित छात्रों ने भी सरकार और सुरक्षा बलों से आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। मार्च में शामिल छात्रों ने शपथ ली कि वे शांति और एकता के लिए निरंतर प्रयास करेंगे और आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज को और बुलंद करेंगे।