मानसून सीजन के आगाज के ठीक एक माह बाद और सावन की शुरुआत के तीसरे दिन गुरुवार को शहर में पहली बार तेज बारिश हुई। लगभग पहली बार ही मानसून के 25 जून को आगमन के बाद पूरा शहर एकसाथ भीगा। तेज बारिश का सिलसिला शाम करीब 5 बजे शुरू हुआ। शहर की सड़कें जलमग्न हो गईं और वाहनों की रफ्तार थम गई। एक घंटे की बारिश में ही 32 मिमी यानी सवा इंच से ज्यादा पानी गिरा। बारिश का सिलसिला रुक-रुक कर देर रात तक जारी रहा। तेज बरसात के बीच चारदीवारी एरिया में दो घंटे तक बिजली बंद रही। बीते 24 घंटे में दिन का पारा 1.8 डिग्री बढ़कर 32.4 डिग्री रहा, जबकि रात का 0.5 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 23.7 डिग्री दर्ज हुआ। बता दें कि उदयपुर में अब तक 206 मिमी बारिश हुई है। यहां 235 मिमी बारिश होती है। यह 29 मिमी अब भी कम है। पिछले साल अब तक 389 मिमी बारिश हो चुकी थी। मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मानसून एक्टिव फेज में है। अगले तीन से चार दिन तक मध्यम से तेज बरसात संभव है। 30 जुलाई तक उदयपुर, जयपुर, कोटा, भरतपुर, अजमेर संभाग में वर्षा की संभावना है। उदयपुर के लिए येलो अलर्ट भी है। उम्मीद… कैचमेंट में बारिश, झीलों में आवक की संभावना पिछोला झील को भरने वाले अलसीगढ़ बांध के कैचमेंट एरिया में 22 मिमी यानी करीब एक इंच पानी गिरा। नाई इलाके में भी बारिश हुई। इससे अब सीसारमा नदी से झीलों में भी आवक बढ़ने की आस जाग गई है। अभी पिछोला 11 फीट के मुकाबले 5.6 फीट और फतहसागर का स्तर 13 फीट के मुकाबले 5.11 फीट है। इससे पहले बुधवार सुबह 8 बजे तक कोटड़ा में 5 मिमी, झाड़ोल, ओगणा में 1-1 मिमी बारिश दर्ज हुई। असर : दिन में ही छाया अंधेरा, जयपुर की फ्लाइट डायवर्ट तेज बारिश से दिन में ही अंधेरा छा गया। चौपहिया-दोपहिया वाहनों को हेडलाइट चालू करनी पड़ी। डबोक एयरपोर्ट से रोज शाम 7:45 बजे जयपुर जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई 7748 को बीच रास्ते अहमदाबाद डायवर्ट करना पड़ा। इसे वापस उदयपुर लाने के लिए पूरा प्रबंधन जुटा, लेकिन असफल रहा। फ्लाइट में करीब 65 यात्रियों को परेशानी हुई। फ्लाइट शाम 8:45 बजे जयपुर पहुंचती है, जो इस समय तक नहीं पहुंची थी। आगे क्या…अभी मध्यम से तेज बारिश संभव सुखेर इलाके में बुधवार शाम 5:30 बजे छाई काली घनघोर घटाएं। भुवाणा से कुंडाल तक निमार्णाधीन हाइवे पर जगह-जगह सड़क पर पानी बहने लगा।