भास्कर न्यूज | भीलवाड़ा ट्रेनों में यात्रा करने वाले दिव्यांग जनों की सुविधा के लिए रेलवे ने नेशनल ट्रेन इन्क्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) के ऑफिशियल एप्लीकेशन में नया फीचर अपडेट किया है। अब दिव्यांग यात्रियों को अपने कोच की पोजिशन घर बैठे ही पता चल जाएगी। ऐसे में उन्हें ट्रेन आने पर जल्दीबाजी में अपने कोच ढूंढने की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। इस अपडेट में गाड़ी के कोच संरचना में दिव्यांग कोच की पोजिशन अर्थात लोको से कितने क्रमांक पर दिव्यांग कोच रहेगा, यह दर्शाया गया है। इसका सबसे अधिक फायदा ऐसे स्टेशनों पर यात्रा कर रहे लोगों को होगा, जहां आज भी कोच डिस्पले बोर्ड नहीं है। दरअसल ज्यादातर स्टेशनों पर ट्रेन 2 से 5 मिनट के लिए रुकती है। जहां कोच डिस्पले बोर्ड नहीं है, वहां इतने कम समय में 22 कोच की गाड़ी में कोच ढूंढना मुश्किल हो जाता है। आम यात्री भी इसके लिए परेशान होते हैं तो दिव्यांगों के लिए तो यह और मुश्किल होता है। बता दें कि दिव्यांग कोच हमेशा ही गाड़ी के इंजन व पावर के नजदीक लगे होते हैं। लेकिन, यह गाड़ी के पहले सिरे पर होंगे या आखिरी पर, यह नहीं पता चल पाता था। क्योंकि अभी तक रेलवे के एनटीईएस एप पर सिर्फ कोच नंबर ही आते थे। इसमें अलग से दिव्यांग कोच की जानकारी नहीं थी। नए फीचर में खास दिव्यांग कोच का साइन बनाकर इसे अंकित किया है। एनटीईएस के डेटा से ही अन्य निजी ट्रेन इन्क्वायरी एप चलते हैं। इधर, रेलवे द्वारा प्रत्येक मेल/एक्सप्रेस स्टॉपिंग स्टेशन पर ‘कोच पोजिशन डिस्प्ले’ बोर्ड लगाने की कवायद लंबे समय से चल रही है, लेकिन अभी तक ज्यादातर स्टेशनों पर यह सुविधा नहीं है।