उत्तर पश्चिम रेलवे के जवाहर सर्किल स्थित मुख्यालय में सोमवार को यूनियन सेल के चीफ ऑफिस सुपरिटेंडेंट (ओएस) ने रिकॉर्ड रूम में आत्महत्या कर ली। उन्होंने अग्निशमन के पाइप पर रस्सी का फंदा बनाया था। आरपीएफ ने शाम 5:30 बजे जवाहर सर्किल थाना पुलिस को सूचना दी। जिसने शव उतरवा कर जयपुरिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां परिजनों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराया जाएगा। रेलवे सूत्रों के अनुसार चीफ ओएस नरसीलाल मीणा (58) अलवर जिले के राजगढ़ के रहने वाले थे। जयपुर में जगतपुरा स्टेशन स्थित रेलवे के अपार्टमेंट में रहते थे। वे रोजाना की तरह सुबह ऑफिस पहुंचे थे। इसके बाद 10:15 बजे अपनी टेबल पर मोबाइल और टिफिन छोड़ कर कहीं चले गए। लंच टाइम में भी साथी कर्मचारियों को नहीं दिखे। इसी बीच कार्मिक विभाग में कार्यरत उनके एक रिश्तेदार के पास उनके ससुर रामसिंह मीणा का फोन आया। उन्होंने कहा कि नरसी फोन नहीं उठा रहे हैं, तुम्हें पता है कहां हैं? इसके बाद सभी उन्हें ढूंढने लगे, लेकिन नहीं मिले। इसी बीच एक कर्मचारी ने बताया कि नरसीलाल काफी समय से किसी रिकॉर्ड को तलाश रहे थे। इस पर सभी कर्मचारी उन्हें तलाशते हुए मुख्यालय के बेसमेंट में पहुंचे। जहां कार्मिक विभाग के रिकॉर्ड रूम में अग्निशमन के पाइप पर फंदे से लटके मिले। इस पर पुलिस को सूचना दी गई। आरोप…लंबे समय से नहीं दे रहे थे छुट्‌टी, काम का दबाव डाला
नरसी के ससुर और रेलवे के सेवानिवृत्त सीनियर एसओ (अकाउंट्स) रामसिंह मीणा ने बताया कि एक सप्ताह पहले ही मीणा ने जलदाय विभाग में कार्यरत बेटी की सगाई की थी। अप्रैल में शादी तय हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि मीणा को लंबे समय से अधिकारी छुट्टी नहीं दे रहे थे। सगाई के दिन भी बार-बार फोन कर परेशान कर रहे थे। इससे वह मानसिक अवसाद में थे। काम का दबाव भी बढ़ता जा रहा था। कुछ दिन पहले भी कार्यालय में तबीयत खराब हो गई थी। इसी के चलते ऐसा कदम उठाया। सूचना मिलते ही रेलवे के अफसर भी मौके पर पहुंच गए। रिकॉर्ड रूम में बिल्कुल अंधेरा था। वैसे तो घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन पुलिस ने भी बिना तलाशी लिए शव एम्बुलेंस से रवाना कर दिया।

By

Leave a Reply