टोंक में डिग्गी थाना क्षेत्र की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय डेचवास में गुरुवार दोपहर को एक 4 साल का मासूम छात्र आधा घंटा तक स्कूल में बंद रह गया। इसका पता उसके रोने के बाद राहगीरों को लगा तो उसने टीचरों को बुलाकर ताला खुलवाया और बच्चे को बाहर निकाला। उधर इस मामले को लेकर शुक्रवार को अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर उलाहना दिया और इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की। इसे गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ने लापरवाही सामने आने पर कार्यवाहक प्रधानाचार्या और एक टीचर को सस्पेंड कर दिया। ज्ञात रहे कि डेचवास निवासी 4 वर्षीय कृष्ण जाट आंगनवाड़ी में पढ़ने जाता है। गुरुवार को आंगनबाड़ी की छुट्टी होने के कारण उसके बड़े भाई के साथ राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय डेचवास में चला गया। जहां अन्य दिनों की तरह दोपहर 1.5 बजे छुट्टी होने पर एक-एक करके घर चले गए । इस दौरान कृष्ण जाट को नींद आने वह कमरे में ही रह गया। उसका बड़ा भाई भी उसे भूल गया और घर आ गया। स्कूल प्रबंधन भी कमरे के ताला लगाकर चला गया। दोपहर 1.25 बजे स्कूल के टीचर राजेंद्र को स्कूल के बाहर से गुजरते समय बच्चे के रोने की आवाज आई। बाद में कमरे की चाबी मंगवाकर बच्चे को 1.35 बजे कमरे से बाहर निकाला और उसके घर छोड़ा। परिजनों तक बच्चे के कमरे में बंद रहने की जानकारी मिली तो शुक्रवार को स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल को उलाहना देते हुए इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों को की। बाद में आज दोपहर को तहसीलदार राहुल पारीक सीबीईओ बाबू लाल गुप्ता के साथ स्कूल पहुंचे और स्कूल प्रशासन और अभिभावकों से बातचीत की। इसमे स्कूल प्रशासन की लापरवाही सामने आई। इसकी रिपोर्ट उन्होंने उच्चाधिकारियों से की। इस पर प्रारंभिक शिक्षा एंव पंचायत राज ( प्रा. शिक्षा) विभाग के निदेशक बीकानेर सीताराम जाट ने कार्यवाहक प्रधानाचार्या रुबीना खातून एवं अध्यापिका पूजा चौधरी को निलंबित किया गया। निलंबित दोनों शिक्षिकाओं का मुख्यालय टोंक रखा गया है। इनपुट: राजकुमार पाराशर, डिग्गी।