स्वच्छ भारत मिशन ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की रैंकिंग जारी कर दी है। इसमें दौसा शहर में आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र में हुई बेहतर सफाई से रैंकिंग में सुधार होने से 100% अंक मिले हैं। साल 2023 में नेशनल रैंकिंग में दौसा 3225 रैंक पर था, जिसमें लंबी छलांग लगाकर 482 पर आ गया है। जबकि स्टेट रैंकिंग में भी सुधार हुआ है, इसमें 83 से 72वीं रैंक प्राप्त आ गया है। हालांकि अभी सुधार की और जरूरत है, जिससे शहर की रैंक और बेहतर स्थिति में ला सकते हैं स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर मार्च में स्वच्छ भारत मिशन की टीम ने पूरे शहर में घूमकर सर्वे किया था। स्वच्छता सर्वेक्षण के रिपोर्ट के मुताबिक डोर टू डोर कचरा संग्रहण पहले से काफी बेहतर स्थिति में हुआ है। वहीं डंपिंग यार्ड में शत प्रतिशत का कचरे का निस्तारण किया है, जबकि 2023 में शहर से निकलने वाले कचरे का निस्तारण नहीं हुआ था और कचरे के ढेरों ने रैंक गिराई थी। इसी प्रकार ओडीएफ प्लस पहले नगर परिषद क्षेत्र पूरी तरह फेल हुआ था, लेकिन इस बार क्वालीफाई कर गए हैं। साथ ही आवासीय क्षेत्र और मार्केट में भी सफाई बेहतर हुई है। इससे स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम ने अपने सर्वे में बेहतर माना है। इनके आधार पर दौसा शहर की स्वच्छता को लेकर नेशनल और प्रदेश की रैंकिंग में सुधार हुआ है। हालांकि घर-घर कचरा संग्रहण में पिछड़ने पर अब नगर परिषद प्राइवेट फर्म को ठेका देने की तैयारी में है, यह फर्म घर-घर से कचरा संग्रहण करेगी। जिसकी टैंडर प्रक्रिया चल रही है। सुधार के प्रयास और तेज करेंगे- आयुक्त
नगर परिषद आयुक्त कमलेश कुमार मीणा ने बताया कि डंपिंग यार्ड के कचरे के डिस्पोजल से हमारी स्थिति बेहतर हुई है, जबकि हमने इस बार हर चीज का डॉक्यूमेंटेशन किया है, जो कि पहले नहीं था। ओडीएफ प्लस में क्वालीफाई किया है, यह मुख्य कारण रहे हैं जिससे नेशनल और स्टेट की रैंकिंग में सुधार हुआ है। आगे से और बेहतर करने के प्रयास किए जाएंगे।

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