राज्य सरकार की लाडो प्रोत्साहन योजना में हनुमानगढ़ जिले ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। राज्य स्तरीय रैंकिंग में जिले ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। चिकित्सा विभाग ने 86.06 प्रतिशत बालिकाओं के खातों में राशि जमा करवाई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा के अनुसार यह योजना 1 अगस्त 2024 से प्रदेश में लागू की गई है। योजना का लाभ लेने के लिए बालिका का जन्म राजकीय चिकित्सा संस्थान या मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में होना आवश्यक है। साथ ही प्रसूता का राजस्थान की मूल निवासी होना जरूरी है। योजना के तहत लाभार्थियों को कई दस्तावेज जमा करने होते हैं। इनमें राजस्थान का मूल निवास प्रमाण-पत्र, विवाह पंजीयन प्रमाण-पत्र और बैंक खाते का विवरण शामिल हैं। प्रथम किश्त बालिका की माता या पिता के बैंक खाते में जमा की जाती है। माता-पिता के न होने पर राशि अभिभावक के खाते में भेजी जाती है। हनुमानगढ़ में अब तक 1129 बालिकाओं के अभिभावकों को योजना का लाभ मिल चुका है। राज्य में प्रथम स्थान जिला सलूम्बर को और तृतीय स्थान भीलवाड़ा को मिला है। योजना की द्वितीय किश्त 1 अगस्त 2025 से वितरित की जाएगी। विभिन्न चरणों में देय राशि आरसीएचओ डॉ. सुनील विद्यार्थी ने बताया कि पात्र चिकित्सा संस्थानों में संस्थागत प्रसव के तहत बालिका का जन्म होने पर पहली किश्त 2500 रुपए, आयु एक वर्ष एवं समस्त टीकाकरण होने पर दूसरी किश्त 2500 रुपए, राजकीय स्कूल या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर तीसरी किश्त 4000 रुपए, राजकीय स्कूल या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में छठी कक्षा में प्रवेश लेने पर चौथी किश्त 5000 रुपए मिलती है। राजकीय स्कूल या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में 10वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर पांचवी किश्त 11 हजार रुपए राजकीय स्कूल या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में 12वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर छठी किश्त 25 हजार रुपए और राजकीय एवं राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों से स्नातक परीक्षा उत्र्तीण करने एवं 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर 7वीं किश्त एक लाख रुपए मिलेंगे, जो बालिका के बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर होगी।
हनुमानगढ़ का लाडो योजना के क्रियान्वयन में शानदार प्रदर्शन:86 प्रतिशत बालिकाओं को मिला लाभ, जिला प्रदेश में दूसरे नंबर पर
