श्री सीमेंट के ब्यावर संयंत्र में सोमवार को हनुमान कथा का तीसरा दिन आध्यात्मिक माहौल में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 6 बजे प्रभात फेरी से हुई। श्रद्धालुओं ने मंगल आरती के साथ प्रभु का आह्वान किया। सुबह 8:45 बजे मंदिर प्रांगण से कथा स्थल तक कलश यात्रा निकाली गई। श्रद्धालुओं ने सिर पर पवित्र कलश लेकर यात्रा में भाग लिया। सुबह 9:30 से 11:00 बजे तक मंदिर में विशेष अनुष्ठान हुए। इनमें देव स्थापना, आह्वान, पूजन और पवित्र स्त्रोतों का जाप शामिल था। स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज ने कर्मचारियों के लिए मोटिवेशन सेशन का आयोजन किया। उन्होंने आध्यात्मिक दृष्टिकोण से लक्ष्य प्राप्ति का मार्गदर्शन दिया। शाम 7:30 बजे संध्या आरती हुई और रात 11 बजे शयन आरती के साथ दिन का समापन हुआ। इसी दिन से तीन दिवसीय हनुमान कथा का प्रवचन सत्र भी शुरू हुआ। बांगड़ परिवार के प्रमुख बी.जी. बांगड़ ने परिवार के सदस्यों के साथ व्यासपीठ की पूजा की। कंपनी के प्रबंध निदेशक नीरज अखौरी और अन्य अतिथियों ने कथा श्रवण किया। पहले दिन स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज ने हनुमान जी की भक्ति, शक्ति और धर्म के प्रति समर्पण की कथाएं सुनाईं। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर कथा का आनंद लिया। यह कथा 7 अप्रैल से 9 अप्रैल तक प्रतिदिन शाम 4ः00 बजे से 7ः00 बजे तक श्री रंगमंच, श्री सीमेंट, ब्यावर के श्री रंगमंच पर आयोजित होगें। आज इस पवित्र आयोजन के दौरान कथा को श्रवण करने हेतु देश के गणमान्य अतिथि पंडाल में मौजूद रहे। जिसमें भारत के उपराष्ट्रपति-महामहिम जगदीप धनकड की धर्मपत्नी सुदेश धनकड़, विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय समिति सदस्य उमाशंकर, विधायक, मसूदा विरेन्द्र कानावत, विधायक-पाली- ज्ञानचंद पारख एवं अजमेर संभागीय आयुक्त- महेश चंद्र शर्मा, आदि उपस्थित रहे। हनुमान कथा आयोजन के हर गुजरते दिन के साथ आस्था, समुदाय और सांस्कृतिक श्रद्धा की भावना और भी प्रगाढ़ होती जा रही है।