श्री सीमेंट के ब्यावर स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर में तीन दिवसीय हनुमान कथा का आयोजन चल रहा है। कथा के दूसरे दिन राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज कथा का वाचन किया। आयोजन की शुरुआत सुबह 6 बजे मंगला आरती से हुई। सुबह 8:30 बजे विशेष अभिषेक का कार्यक्रम हुआ। इसमें बांगड़ परिवार के मुखिया बी.जी. बांगड़ ने परिवार के सदस्यों के साथ बालाजी का अभिषेक किया। स्वामी गोविंददेव गिरी ने भी विशेष पूजा-अर्चना की। कथा के पहले दिन स्वामी गोविंद देव गिरी ने हनुमान जी के तीन प्रमुख गुणों की व्याख्या की। उन्होंने श्रद्धा, शक्ति और सेवा के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया कि हनुमान जी की भगवान राम के प्रति भक्ति, समर्पण और विनम्रता सर्वोत्तम उदाहरण है। यह आयोजन भक्ति, ज्ञान और साधना का संगम है, जो देशभर से आए श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ता है। उन्होंने कथा के दौरान लोगों को कहा- भक्ति वह शक्ति है जो व्यक्ति को ऊंचाइयों तक ले जाती है। हनुमान जी हमें सिखाते हैं कि सच्ची शक्ति विनम्रता में, सच्चा नेतृत्व सेवा में और सच्चा ज्ञान श्रद्धा में होता है। साथ ही बाली और सुग्रीव प्रसंग के विभिन्न पहलुओं से भी श्रोताओं को अवगत करवाया। इस पवित्र कथा को श्रवण करने हेतु प्रदेश के ख्यातिप्राप्त गणमान्य अतिथि पंडाल में मौजूद रहे, जिसमेंअविनाश गहलोत, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री-राजस्थान सरकार, यूनुस खान, पूर्व कैबिनेट मंत्री-राजस्थान सरकार, चन्द्रभान सिंह आक्या-विधायक चित्तौड़गढ़, उमाशंकर- विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय समिति सदस्य, वीरेंद्र कानावत- विधायक, मसूदा अजमेर संभागीय आयुक्त- महेश चंद्र शर्मा, ओमप्रकाश- उप-महानिरीक्षक, पुलिस अजमेर रेंज, डॉ. महेन्द्र सिंह खड़गावत-ब्यावर जिला कलेक्टर, श्याम सिंह-ब्यावर पुलिस अधीक्षक, मोहनलाल खटनावलिया-अति. जिला कलेक्टर ब्यावर, कुलदीप सिंह शेखावत-उपखण्ड अधिकारी, मसूदा आदि उपस्थित रहे। इस पावन अवसर पर श्री सीमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज अखौरी ने कहा- स्वामी गोविंद देव गिरी के प्रवचनों ने हमें एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव दिया है, जहां हम अपनी व्यस्त दिनचर्या से हटकर हनुमान जी की भक्ति में लीन हो सके। उनके उपदेश हमें साहस, निष्ठा और निस्वार्थ सेवा के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं, जो न केवल अच्छे नेतृत्व की पहचान हैं, बल्कि एक सहानुभूतिपूर्ण और एकजुट समाज के निर्माण में भी सहायक हैं। हनुमान कथा बुधवार 9 अप्रैल तक जारी रहेगी, जहां श्रद्धालु भगवान हनुमान की दिव्य शिक्षाओं में और गहराई से प्रेरणा ले सकेंगे। यह आयोजन पिछले 24 वर्षों से निरंतर हो रहा है। स्वामी गोविंद देव गिरी कांची कामकोटि पीठ के जयेंद्र सरस्वती के शिष्य हैं। वे जनवरी 2024 में अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के प्रमुख सूत्रधार रहे।