कोटा के कैथून इलाके में बिजली विभाग के पावर हाऊस में पावर हाऊस कर्मचारी ने हाईटेंशन लाइन पर टेक्नीशियन के काम करने के दौरान ही सप्लाई चालू कर दी। जिससे टेक्नीशियन को करंट लगा और उसके हाथ पैर और पेट झुलस गए। गनीमत रही कि उसकी जान बाल-बाल बच गई। यह बड़ी लापरवाही अधिकारियों की मौजूदगी में हुई। कर्मचारी मालपुरा निवासी हरीश शाक्यवाल जेवीवीएनएल में तकनीशियन के तौर पर कार्यरत है। एईएन के कहने पर पहुंचा था हरीश ने बताया कि बुधवार शाम को कैथून पावर हाऊस में डीपी में फाल्ट आया था। जिस पर जेईएन का कॉल आया और कहा कि डीपी में फाल्ट है, सही करने के लिए एईएन बुला रहे हैं। इस पर हरीश पावर हाऊस पहुंचा और डीपी ठीक करने लगा। इसी दौरान पावर हाऊस का तकनीशियन दानिश आया। दानिश ने कहा कि पीएचईडी का फीडर भी पावर हाऊस से जा रहा है, जिसमें 11 केवी की लाइन का तार खुला फीडर से खुला हुआ है। इसे भी ठीक करना है। इस पर हरीश ने शटडाउन लेने के लिए कहा। दानिश ने शटडाउन ले लिया और पैनल बंद कर दिया। बिजली बंद होने के बाद हरीश ने फीडर पर तार बांध दिया। इसके बाद दानिश ने कहा कि एक और तार बांधना है ताकि स्पार्किंग न हो। हरीश ने दूसरा तार मंगवाया। हाथ-पैर और पेट झुलसा हरीश ने बताया- दानिश ने तार लाकर दिया। हरीश तार लगा रहा था, इसी दौरान दानिश ने अंदर जाकर पैनल चालू कर दिया। बिजली सप्लाई चालू होते ही करंट आया और लाइन पर काम कर रहे हरीश को करंट का तेज झटका लगा और वह तार पर ही चिपक गया। हरीश ने बताया कि पैर से झटका मारकर वह पीछे की तरफ हुआ, जब जाकर नीचे गिरा। घटना में उसके हाथ, पैर और पेट झुलसा है। उसे तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। कर्मचारी की लापरवाही ने दूसरे कर्मचारी की जान को जोखिम में डाल दिया। घरवालों का आरोप है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी न तो पुलिस मामला दर्ज कर रही है न ही बिजली विभाग में कोई एक्शन हुआ है। इधर मामले में जेईएन हेमंत कुमार से बात की तो उनका कहना था कि वह अभी किसी फाल्ट को दूर करने के काम में लगे हैं। इस मामले में बाद में बात करेंगे।
हाईटेंशन लाइन पर काम करते बिजली कर्मी झुलसा:अधिकारियों की मौजूदगी में पावर हाऊस की लापरवाही, अस्पताल में इलाज जारी
