भास्कर न्यूज | नागौर राजस्थान आवासन मंडल की तरफ से ताऊसर रोड स्थित 27 बीघा जमीन पर आवासीय योजना के तहत 188 मकान बनाने से पहले सड़कों के निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यहां दो कैटेगरी (स्ववित्त पोषित योजना में 82 तो विशिष्ट पंजीकरण योजना में 106) में 188 मकान बनाए जाएंगे। खास बात यह है कि आवासों का निर्माण में भूकंपरोधी तकनीक का इस्तेमाल करेंगे, यानी मकान बनाते समय भूकंप, एयरक्रेशर, स्वाइल टेस्टिंग (मिट्‌टी की जांच) होगी और इसके बाद निर्माण कार्य शुरू करेंगे। साथ ही इसकी फाउंडेशन कितनी चौड़ी और गहरी लेनी है। कहां-कहां बीम देना है। वहीं दोनों कैटेगरी में मकान की वास्तविक लागत कम से कम हो, इसके लिए एक मंे बैडरूम तो दूसरे में एक कक्ष का निर्माण कार्य छोड़ा जाएगा। साथ ही विद्युतीकरण, ड्रेनेज सिस्टम व्यवस्था के साथ ग्रीनरी के लिए जगह छोड़ेंगे। 188 मकानों के लिए आए 1300 से अधिक आवेदकों की प्रायटी (प्राथमिकता) निर्धारित करने पहली लॉटरी इसी माह निकलेगी। इसके बाद मकानों नंबर आवंटन को दूसरी लॉटरी भी निकालेंगे। विशिष्ट पंजीकरण योजना : आर्थिक दृष्टि से कमजोर आय वर्ग के 58 मकान बनेंगे। 5.25 बाय 11.25 मीटर (14.48 वर्गमीटर क्षेत्रफल) तथा अनुमानित लागत 12.75 लाख रखी गई है। वहीं अल्प आय वर्ग के 48 मकान बनेंगे। 6 बाय 15 मीटर (29 वर्गमीटर क्षेत्रफल) तथा अनुमानित लागत 18.05 लाख रखी गई है। ऐसे समझें : 2 कैटेगरी में किस साइज से बनाए जाएंगे मकान, कितनी रहेगी लागत स्ववित्त पोषित योजना : दो कैटेगरी में 82 मकान बनेंगे। मध्यम आय वर्ग (अ) के 58 बनेंगे। 7.50 बाय 15 मीटर (54.43 वर्गमीटर क्षेत्रफल) तथा अनुमानित लागत 29.96 लाख रखी गई है। मध्य आय वर्ग (बी) के 24 बनेंगे। 9 बाय 18 मीटर (72.57 वर्गमीटर क्षेत्रफल) तथा अनुमानित लागत 49.52 लाख रखी गई है। ^हमारी कोशिश है कि आवंटी अपना मकान आसनी से लें और कॉस्ट भी कम रहे। ए क कक्ष आवंटी के लिए छोड़ देंगे, ताकि वो अपने हिसाब से डिजाइन से बना सके। स्ववित्त पोषित योजना में चार किश्त में रुपए लंेगे। इन्हें आरक्षित पत्र जारी करते हैं लैंड कॉस्ट फ्रीज हो जाएगी। योजना के तहत जब आवंटी को कब्जा देते हैं तो उसी समय कॉस्ट लागू होगी। – केएल निनाणिया, आवासीय अभियंता नागौर।

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