जोधपुर में बीएसएनएल अधिकारी की ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई। उन्होंने स्टाफ को तबीयत ठीक नहीं होने की बात कही थी। इस पर स्टाफकर्मी एम्स हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बीएसएनएल में एसडीई लीलकरण चारण (42) सुभाष नगर स्थित ऑफिस में थे। उनके साथी कर्मचारियों ने बताया- वे ऑफिस आकर अपने काम में लगे हुए थे। इस दौरान दोपहर करीब ढाई बजे के आस-पास उन्होंने पसीना आने, जी मचलाने और चक्कर महसूस होने की बात कहते हुए घर छोड़ने को कहा। उन्हें बीपी चेक कराने का आग्रह करते हुए ऑफिस से कुछ ही दूरी पर स्थित नियो किड्स हॉस्पिटल गाड़ी में बैठाकर लेकर गए थे। हॉस्पिटल के गेट पर पहुंचते ही वे निढाल होकर गिर गए। डॉक्टर्स ने उन्हें CPR सहित प्राथमिक इलाज दिया। हालत गंभीर होने पर एम्स रेफर किया गया। वहां डॉक्टर्स ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा।
स्वस्थ जीवनशैली को अपनाते थे चारण के परिवारजनों के अनुसार- उनकी पूर्व में कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं थी। वे नियमित रूप से जिम जाते थे और शारीरिक कसरत करते थे। पिछले 10 साल से वे बीएसएनएल जोधपुर में विभिन्न कार्यालयों में सेवाएं दे रहे थे। ऐसे में उन्हें हार्ट अटैक आने को लेकर परिवार और सहकर्मी भी हैरत व सदमे में हैं। पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार लीलकरण चारण के पिता महादान भांडू चारणान के निवासी हैं और एईएन डिस्कॉम शेरगढ़ से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उनकी पत्नी गृहिणी हैं और दो बेटियां हैं। चारण के निधन की खबर सुनते ही परिजन और ऑफिस स्टाफ गमगीन हो गए। कार्यालय में शोकसभा का आयोजन कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। बीएसएनएल के वरिष्ठ अधिकारियों ने शोक व्यक्त करते हुए परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
हार्ट अटैक से BSNL अधिकारी की मौत:ऑफिस में स्टाफ को बोले थे- चक्कर और जी मचला रहा, पसीना भी आया; हॉस्पिटल के गेट पर गिरे
