सवाई माधोपुर जिले के हिंदवाड़ गांव में ग्रामीणों ने मानवता की मिसाल पेश की। यहां एक चीतल का बच्चा गहरे पानी के कुएं में गिर गया। इसके बाद ग्रामीणों ने वन कर्मियों की मदद से कड़ी मशक्कत के उसे बाहर निकाला और सकुशल जंगल में छोड़ दिया। फलौदी रेंजर विष्णु गुप्ता ने बताया कि गुरूवार को सुबह 7 बजे एक चीतल का बच्चा जंगल से निकल कर हिंदवाड़ गांव में आ पहुंचा। यहां अचानक चीतल का बच्चा कुएं में गिर गया। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी। सूचना पर वनपाल मुकेश गुर्जर मय टीम मौके पर पहुंचे। यहां पहुंचकर वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को कुएं में उतारा। इसके बाद करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद चीतल के बच्चे को कुएं से बाहर निकाला गया।
इस दौरान ग्रामीणों ने कुछ देर चीतल के बच्चे की देखभाल की। इसके बाद चीतल के बच्चे को वन विभाग ने सकुशल जंगल में छोड़ दिया। इस दौरान ग्रामीणों के इंसानियत का परिचय देने पर वन विभाग की ओर से आभार जताया गया। मोग्या समुदाय के लोग कुएं में उतरे
मोग्या जनजाति के लोग वन्यजीवों का शिकार कर अपना जीवन यापन करते रहे है, लेकिन हिंदवाड़ गांव में इस जनजाति के लोगों ने मानवता की मिसाल पेश की। यहां आसपास रह रहे मोग्या जनजाति के लोगों ने इंसानियत का परिचय देते हुए गहरे कुएं में उतरकर चीतल के बच्चे को सकुशल बाहर निकाला।
हिंदवाड़ में चीतल का बच्चा कुएं में गिरा:वन कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से सकुशल बाहर निकाला
