शेखावाटी की हवेलियों के संरक्षण के लिए डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने कुछ ही दिन पहले हवेलियों के संरक्षण और जीणोद्धार के लिए मीटिंग की और कहा कि झुंझुनूं, सीकर और चूरू समेत आसपास की हवेलियों का संरक्षण हो। इसी को देखते हुए बीकानेर प्रशासन ने भी बीकानेर की हवेलियों को संरक्षित करने के लिए अलग से बॉयलाज बनाने का निर्णय किया है। बीकानेर में एक दौर में 1000 से ज्यादा हवेलियां थी जो अब घटकर 600 से 700 के बीच ही बची हैं। सरकार के मुताबिक झुंझुनू में 267, सीकर में 268 और चूरू जिले में 113 हवेलियों की पहचान की गई है। इनका एक सम्पूर्ण दस्तावेज तैयार किया जाएगा। बीकानेर प्रशासन भी यहां की हवेलियों के दस्तावेज तैयार करने के साथ ही उनके लिए अलग से बॉयलाज तैयार कराएगा। इससे आसानी से कोई हवेलियों के साथ छेडछाड़ नहीं कर पााएगा। करेगा भी तो उसे प्रशासन की अनुमति लेनी होगी। इसके साथ ही इन हवेलियों पर किसी भी तरह का कोई अतिक्रमण न हो इसके लिए भी जिम्मेदारी तय होगी। इसके लिए जिला स्तरीय हेरिटेज संरक्षण एवं संवर्धन कमेटी का भी गठन हुआ है। निगम आयुक्त के मुताबिक हवेली रूटों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के साथ ही यहां साफ-सफाई, सड़कों का निर्माण होगा। कोशिश होगी कि हेरिटेज वॉक हर महीने या दो महीने में एक बार कराई जाए। शहर के हेरिटेज सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए गठित जिला स्तरीय हेरिटेज कमेटी की पहली बैठक गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि की अध्यक्षता में हुई। इसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में लिए गए निर्णय हेरिटेज रूट पर साफ-सफाई, पर्यटकों के लिए उस्ता कला आधारित स्मृति चिह्न बनाने, मोलेला आर्ट की तर्ज पर बीकानेर के मिट्टी कलाकारों के साथ नयी कलाकृति विकसित करने एवं जवाहर कला केन्द्र की तर्ज पर यहां के लोक कलाकारों एवं कारीगरों की कला प्रदर्शनी के लिए बीकानेर कला केन्द्र विकसित करने की योजना पर चर्चा हुई। जिला कलेक्टर ने पुराने शहर के प्राचीन नक्शों को भी सरंक्षित करने की योजना बनाने के लिए कहा। कमेटी के सचिव एवं नगर निगम आयुक्त मयंक मनीष ने बताया कि हेरिटेज सेल का गठन किया जा चुका है। जिसकी देखरेख में कैमल फेस्टिवल और इस दौरान हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर निगम की झांकी, बीकानेर हेरिटेज को केन्द्र में रखकर प्रदर्शित की गई। जिसे प्रथम स्थान मिला। देशी-विदेशी पर्यटकों तक हेरिटेज वॉक की सूचना पहुँचाने के लिए रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, होटल, होर्डिंग्स एवं सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों पर ब्रांडिंग करने की योजना बनेगी। हेरिटेज के लिए उपनियम बनाए जाएंगे। हेरिटेज सेल द्वारा बीकानेर आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों के लिए बीकानेर के प्रमुख सांस्कृतिक एवं पुरातात्विक महत्व के स्थानों की जानकारी के लिए वेबसाइट एवं ऐप भी विकसित किया जाएगा। बीडीए हेरिटेज रूट पर साईनेज, रात्रि टूरिज्म एवं लाईटिंग का प्रबंधन करेगा।
हेरिटेज सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए जिला स्तरीय कमेटी बनी:शेखावाटी की तरह बीकानेर की हवेलियों के लिए भी बनेगा बॉयलाज
