उदयपुर होटल एसोसिएशन ने फिर पूरी ताकत से मांग उठाते हुए कहा कि होटलों को लाईसेंस देने की प्रक्रिया दस साल वाली हो। दस साल में लाईसेंस का नवीनीकरण किया जाए। यह बात आज होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उदयपुर नगर निगम के नए कमिश्नर IAS अभिषेक खन्ना से मुलाकात के दौरान उनसे चर्चा में कही। अध्यक्ष सुदर्शन देव सिंह कारोही के साथ प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात में होटल एसोसिएशन से जुड़े विषयों से आयुक्त को अवगत कराया। अध्यक्ष कारोही ने बताया कि 10-वर्षीय लाइसेंस की बहाली की जाए। 20 सितंबर 2024 को तत्कालीन जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल के प्रयासों से उदयपुर नगर निगम ने 10-वर्षीय लाइसेंस देने का निर्णय लिया था। यह कदम “ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस” नीति के तहत लिया गया था, जिससे होटल व्यवसायियों को राहत मिली थी। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2024 में नगर निगम ने अचानक इस निर्णय को पलटते हुए फिर से वार्षिक लाइसेंस प्रणाली लागू कर दी। प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त से कहा कि वे दस साल वाले नियम को लागू करवाए। इस दौरान पर्यटन से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई और कचरा संग्रहण को लेकर भी अपने सुझाव दिए गए। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व अध्यक्ष अंबालाल बोहरा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, सचिव उषा शर्मा, सदस्य अजय सिंह कृष्णावत आदि उपस्थित थे।
होटल व्यवसायी दस वर्ष के लिए लाईसेंस नवीनीकरण चाहते:होटल एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मिला नए कमिश्नर से, बोले 2024 से वार्षिक लाइसेंस सिस्टम कर दिया
